नेताओं के बयानों पर भाजपा सख्त, अनिल सौमित्र निलंबित
अपडेट: नेताओं के बयानों पर भाजपा सख्त, अनिल सौमित्र निलंबित
भोपाल, 17 मई (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी ने अपने नेताओं के बयानों को लेकर सख्त रवैया अपनाया है। पार्टी ने इसी सिलसिले में मीडिया संपर्क विभाग के प्रदेश संयोजक अनिल सौमित्र को प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर स्पष्टीकरण देने को कहा है।
भोपाल लोकसभा क्षेत्र से भाजपा की प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा द्वारा गुरुवार को नाथूराम गोडसे के बारे में बयान दिए जाने और फिर माफी मांगने के बाद इस संबंध में पार्टी के नेताओं के बयानों की बाढ़ आ गई थी। पार्टी ने इस तरह की बयानबाजी के बारे में सख्त रवैया अपनाते हुए मीडिया संपर्क विभाग के प्रदेश संयोजक अनिल सौमित्र को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। इस संबंध में आदेश जारी करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद राकेशसिंह ने उनसे अपने बयान के संबंध में 7 दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। गौरतलब है कि अनिल सौमित्र ने अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा था कि महात्मा गांधी पाकिस्तान के राष्ट्रपिता हो सकते हैं, भारत में तो उनके जैसे हजारों पुत्र ही हैं। सार्वजनिक होते ही उनके इस बयान की आलोचना शुरू हो गई थी।
बयानों के प्रति पार्टी गंभीर
पार्टी की प्रदेश इकाई ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि पार्टी नेताओं के बयानों के प्रति गंभीर है। बयान में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि विगत दो दिनों में अनंत कुमार हेगड़े, साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और नलीन कटील के जो बयान सामने आए हैं, वो उनके निजी बयान है। उन बयानों से भारतीय जनता पार्टी का कोई संबंध नहीं है। शाह ने कहा है कि नेताओं ने अपने बयान वापस ले लिए हैं और उसके लिए माफी भी मांग ली है, फिर भी सार्वजनिक जीवन तथा भारतीय जनता पार्टी की गरिमा और विचारधारा के मद्देनजर इन बयानों को पार्टी ने गंभीरता से लिया है। पार्टी ने तीनों नेताओं के बयानों को अनुशासन समिति को भेज दिया है। अनुशासन समिति 10 दिनों के अंदर पार्टी को अपनी रिपोर्ट देगी।