नेता प्रतिपक्ष ने सदन में आरसीपी टैक्स का मुद्दा उठाया
पटना, 04 मार्च (हि.स.)। बिहार विधानमंडल के बजट सत्र के पांचवें दिन शुक्रवार को सदन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शिक्षा, रोजगार और विशेष दर्जे के मुद्दे पर सरकार को घेरा। उन्होंने आरसीपी टैक्स का मुद्दा भी उठाया। तेजस्वी ने कहा कि बिहार में आरसीपी टैक्स लिया जाता है। उनके इतना कहते ही सत्ता पक्ष खासकर जदयू के सदस्यों ने आपत्ति जताई, जिसका तेजस्वी ने मजेदार अंदाज में जवाब दिया।
सदन में तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में आरसीपी टैक्स लिया जाता है। उन्होंने कहा कि बिहार में बस आरसीपी टैक्स सही से लिया जाता है। उनके इतना कहते ही सत्ता पक्ष खासकर जदयू के सदस्यों ने आपत्ति जताई। आपत्ति के बाद तेजस्वी ने चुटकी लेते हुए कहा कि वे आरसीपी सिंह की बात नहीं कह रहे हैं बल्कि आरसीपी का मतलब है-रिजर्व कमीशन प्रिवलेज टैक्स।
सत्ता पक्ष की ओर से तेजस्वी की टिप्पणी पर मामूली नोकझोंक के बाद तेजस्वी फिर से बोलते रहे। इस दौरान उन्होंने एक शायरी कहा कि यहां तक आते आते सूख जाती हैं कई नदियां, मुझे मालूम है पानी कहां रुका है। तेजस्वी ने विधानसभा में भोजनावकाश के बाद सदन की चर्चा में भाग लेते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात निश्चय और जल-जीवन-हरियाली की पेचीदा प्रणाली का भी जिक्र किया।
इससे पहले तेजस्वी यादव ने सरकार के आंकड़ों पर सवाल उठाते हुए शायराना अंदाज में कहा कि तुम्हारे फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है लेकिन ये आंकड़े झूठे हैं। ये दावा किताबी है। उन्होंने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि शिक्षा के गुणवत्ता में केरल सबसे आगे है और बिहार सबसे पीछे। ये हकीकत है। तेजस्वी ने बेरोजगारी पर कहा कि बिहार के सबसे ज्यादा ग्रेजुएट बेरोजगार हैं। तेजस्वी ने कहा कि 15 साल से डबल ईंजन की सरकार का राज है। फिर हर एक मामले में बिहार सबसे फिसड्डी क्यों है।