नेटजीरो प्रतिबद्धता और देश के हरित भविष्य में सहभागी है बरौनी रिफाइनरी : कार्यपालक निदेशक

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बेगूसराय, 15 जनवरी (हि.स.)। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के बरौनी रिफाइनरी का 57 वां स्थापना दिवस कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए मनाया गया। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख शुक्ला मिस्त्री ने अधिकारियों और कर्मचारियों को रिफाइनरी के सतत विकास के लिए सत्यनिष्ठा, आपसी सद्भाव, परस्पर सम्मान करते हुए औद्योगिक शांति बनाए रखने की शपथ दिलाई।

उन्होंने आने वाले वर्षों में रिफाइनरी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए उत्पादकता में बढ़ोत्तरी के साथ-साथ गुणवत्ता और पर्यावरण प्रबंधन प्रणाली को और मजबूत करने और पानी, ऊर्जा और पेट्रोलियम उत्पादों की अधिकतम बचत करते हुए रिफाइनरी के लाभांश वृद्धि के लिए कार्य करने के लिए सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का आह्वान किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शुक्ला मिस्त्री ने कहा कि हर समय हर घड़ी, एकजुता के साथ कॉर्पोरेशन के विजन से प्रेरित बरौनियन निरंतर कर्मठता के साथ कार्य कर रहे है। इस वर्ष इंडजेट यूनिट की स्थापना के साथ अब हम एटीएफ की आपूर्ति कर बिहार के सभी हवाई अड्डों की ईंधन आवश्यकता को भी पूरा करेंगे। बरौनी रिफाइनरी की क्षमता विस्तार के साथ, बिहार में औद्योगिक परिदृश्य को नया आयाम मिलेगा। आज के इस एतिहासिक अवसर पर हम भारत के नेट-जीरो प्रतिबद्धता की ओर पूरी निष्ठा से काम करने और देश को हरित भविष्य की ओर ले जाने का संकल्प करें। इस दौरान मुख्य महाप्रबंधक (तकनीकी सेवा एवं एचएसई) आर.के. झा ने इंडियन ऑयल के अध्यक्ष श्रीकांत माधव वैद्य द्वारा प्रेषित विशेष संदेश का वाचन किया। जिसमें श्री वैद्य ने कहा कि पिछले वर्ष 2021 के दौरान इंडियन ऑयल के विश्वस्तरीय प्रीमियम-ग्रेड 100-ऑक्टेन एमएस एक्सपी-100 के रोलआउट और दीर्घकालिक ईबीएमएस प्रेषण सुविधा कमीशनिंग के लिए टीम बरौनी रिफाइनरी बधाई के पात्र हैं। वर्ष 2022 में बरौनी रिफाइनरी द्वारा आरएलएनजी परियोजना और मुंगेर में एक लाख 65 हजार पेड़ लगाकर ग्रीन बेल्ट को बढ़ाने के अभियान के माध्यम से इंडियन ऑयल के हरित भविष्य के दृढ़ संकल्प को ऊर्जा प्रदान करने की शुभकामनाएं। बरौनी रिफाइनरी इंडियन ऑयल के नीतिपरक मूल्य ”संरक्षण” को चरितार्थ करते हुए उल्लेखनीय सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों के माध्यम से स्थानीय समुदायों के लिए आशा की किरण के रूप में काम कर रही है। इससे पहले बरौनी रिफाइनरी, बीटीएमयू, ऑफिसर्स एसोसिएशन, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने बरौनी रिफाइनरी के निर्माण एवं उसकी प्रगति में योगदान देने वाले पथप्रदर्शकों और हितधारकों को याद करते हुए स्थापना स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धासुमन अर्पित किया। कॉर्पोरेट संचार प्रबंधक अंकिता श्रीवास्तव ने बताया कि बरौनी रिफाइनरी का निर्माण सोवियत यूनियन के सहयोग से 49.40 करोड़ रूपये की लागत से एक मिलीयन मिट्रीक टन प्रति वर्ष की क्षमता के साथ की गई तथा 15 जनवरी 1965 को इसे राष्ट्र को समर्पित किया था। आज रिफाइनरी का विस्तारीकरण छह से नौ एमएमटीपीए करने का कार्य गतिशीलता से आगे बढ़ रहा है। इसके साथ ही पर्यावरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करने के लिए आरओ प्लांट, वर्षा जल संचयन, सोलर पार्क की स्थापना, पानी की बचत और हरित ऊर्जा के उपयोगिता में भी सार्थक कार्य कर रही है।


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