नाटकों का कुम्भ ‘भारत रंग महोत्सव’ एक फरवरी से शुरू, 111 नाटकों का होगा मंचन
नई दिल्ली, 29 जनवरी (हि.स)। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय थिएटर महोत्सव ‘भारत रंग महोत्सव’ की मंगलवार को घोषणा की गई। ‘20वां भारत रंग महोत्सव’ एक फरवरी से शुरू हो रहा है जो 21 दिनों तक चलेगा। यह उत्सव देश के 6 शहरों में समानांतर आयोजित किया जा रहा है। यह जानकारी एनएसडी के निदेशक सुरेश शर्मा ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में दी।
सुरेश शर्मा ने बताया कि कला और थिएटर मानवीय भावनाओं को प्रस्तुत करने का सबसे प्राचीन और सशक्त माध्यम है। जो हर प्रकार की लौकिक सीमाओं को खारिज कर देता है।
उन्होंने महोत्सव के कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि उद्घाटन कमानी सभागार में संगीतबद्ध प्ले ‘कारंत के रंग’ से होगी। यह प्ले कन्नड़ और हिंदी रंगमंच के पुरोधा बी. वी कारंत ( बाबु कोडि वेंकटरामन कारंत) के गानों पर आधारित है, जिसको आमोद भट्ट द्वारा निर्देशित किया गया है।
महात्मा गांधी पर 4 नाटकों का होगा मंचन
इस साल देश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वी जयंती मना रहा है। इसके तहत महोत्सव में राष्ट्रपिता के जीवन पर आधारित 4 नाटकों का भी मंचन किया जा रहा है।
6 शहरों में 111 प्रस्तुतियों का होगा मंचन
उन्होंने बताया की भारत रंग महोत्सव का 20वां संस्करण एक फरवरी से शुरू हो रहा है जो कि 6 शहरों को कवर करेगा। इनमें डिब्रूगढ़ (4 से 10), वाराणसी (7 से 13), रांची (9 से 15), मैसूर (11 से 17) और राजकोट (13 से 19 फरवरी) शामिल है।
दिल्ली में इन नाटकों का होगा मंचन
दिल्ली में 25 नाटक हिंदी के, 16 बंगाली, 5 कन्नड़, 2 उड़िया, 2 गुजराती, 2 मणिपुर, 3 इंग्लिश, 2 असमिया, 2 मलयालम, और 1-1 मैथिली, तेलुगू, नेपाली व संस्कृत में होंगे।
69 भारतीय और 15 विदेशी नाटक
महोत्सव में पूरे भारत में 69 भारतीय और 15 विदेशी नाटकों का होगा मंचन। इसके अलावा 9 पारंपरिक लोक नाटकों का मंचन, एनएसडी के डिप्लोमा छात्रों द्वारा 5 नाटक, एनएसडी के सिक्किम केंद्र द्वारा, एनएसडी कोष से तीन नाटक और जाने माने थिएटर प्रैक्टिशनर्स के 5 आमंत्रित नाटकों का मंचन किया जयेगा।
नौ देशों के नाटकों का होगा मंचन
इनमें बांग्लादेश, रसिया, श्री लंका, इटली, चेक रिपब्लिक, नेपाल, रोमानिया और सिंगापुर हैं।
सुरेश शर्मा ने बताया कि इन सब के अलावा महोत्सव में तीन सेशन से ‘डायरेक्ट मीट’ भी आयोजित किया जा रहा है, जिसमें जिन नाटकों का मंचन होगा उनके डायरेक्टर से बात चीत कर सकेंगे। इसके अलावा ‘लिविंग लीजेंड’ में कला जगत से जुड़ी हस्तियों से मिलने का मौका मिलेगा और तीसरा सेशन है ‘मास्टर क्लास’ जिसमे कला प्रेमी थिएटर की बारीकियों से रुबरू होंगे। महोत्सव में दो सेमिनार भी आयोजित किये जा रहे हैं, जिसका विषय ‘इज मॉडर्न थिएटर इनक्लूसिव’ और नेशन ऑफ स्टेट एन्ड रिपर्सेंटेशन है।