बस्तर ओलंपिक 2024 : छत्तीसगढ़ में 01 नवंबर से से शुरू होगा बस्तर ओलंपिक.
लंबे अर्से से नक्सलियों का गढ़ माना जाने वाला छत्तीसगढ़ का बस्तर इलाका कैसे बदल रहा है इसकी एक बानगी आपको देखने को मिलेगी एक नवंबर से. इस दिन से बस्तर ओलंपिक की शुरुआत होगी जहां देखने को मिलेंगे स्थानीय खेल प्रतिभाओं के एक से बढ़कर एक परफॉर्मेंस. एक नवंबर को ही राज्य का स्थापना दिवस भी है. ओलंपिक में भाग लेने के लिए खिलाड़ियों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया एक अक्टूबर से शुरू होगी और बीस अक्टूबर तक चलेगी.
संबंधित जनपद, पंचायत कार्यालय, खंड शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, नगर पंचायत, नगर पालिका निगम और खेल विभाग में खिलाडिय़ों का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा.
खिलाड़ी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरीकों से अपना पंजीयन करा सकते है. रजिस्ट्रेशन के लिए प्रतियोगियों को आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड और मांगी गई अन्य जानकारी देनी होगी. इसके साथ ही बैंक एकाउंट का डिटेल्स भी देना पड़ेगा.
खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन ब्लॉक स्तर, जिला स्तर और उसके बाद संभाग स्तर पर होगा. प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों के लिए दो वर्गों की घोषणा की गई है. पहले आयु वर्ग में चौदह से सत्रह साल के प्रतिभागी हिस्सा लेंगे. दूसरे आयुवर्ग में सत्रह साल से अधिक के प्रतियोगी भाग लेंगे. इसके अलावा नक्सली हिंसा से प्रभावित दिव्यांगों तथा आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों की खेल प्रतियोगिताएं सीधे संभाग स्तर पर आयोजित की जाएगी. इस आयोजन में बस्तर के युवक और युवतियां, महिला और पुरुष दोनों शामिल हो सकते हैं.
बस्तर ओलंपिक में विभिन्न दौड़ प्रतियोगिताओं के अलावा गोला फेंक, तवा फेंक, भाला फेंक, लंबीकूद, ऊंची कूद, और तीरंदाजी शामिल है. इसके अलावा बैडमिंटन, फुटबॉल, कराटे, कबड्डी, खो-खो, वॉलीबॉल, रस्साकसी, हॉकी और वेटलिफ्टिंग के भी मुकाबले होंगे.
बस्तर ओलंपिक का उदेश्य इस नक्सल प्रभावित इलाके के युवाओं को खेलों से जोड़ना और उनकी प्रतिभाओं को उभारना है. इसके साथ ही सरकार इलाके के नक्सल पीड़ित लोगों और आत्मसमर्पण करने वाले पूर्व नक्सलियों को भी बस्तर ओलंपिक के जरिए मुख्य धारा से जोड़ने की कोशिश कर रही है.