दीघा पर्यटन पर गई 4 युवतियाें का उत्पीड़न, सवालों के घेरे में पुलिस

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कोलकाता, 02 मई (हि.स.)। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अमूमन दीघा पर्यटन को लेकर विभिन्न मंचों से बढ़ावा देती रही हैं लेकिन पिछले दिनों यहां छुट्टी बिताने आईं चार युवतियों को उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा है। होटल मालिक की लापरवाही के साथ-साथ पुलिस ने पीड़त युवतियों की कोई मदद नहीं की। यहां तक कि शिकायत भी नहीं दर्ज की है। अब मामला मीडिया में आने के बाद ईस्ट मिदनापुर के पुलिस अधीक्षक वी.एस. नेसकुमार ने कहा है कि वे इस मामले को व्यक्तिगत रूप से देखेंगे।
पीड़ित युवतियाें में दो कोलकाता की रहने वाली हैं, जबकि दो हावड़ा की निवासी बताई गई हैं। पुलिस की अनुसार गत शुक्रवार को चारों युवतियां दीघा घूमने के लिए गई थीं। होटल आशा में इन्होंने कमरा लिया और छुट्टी बिताने लगीं। बाद में पता चला कि कमरे में पानी नहीं आ रहा है। इसके अलावा अन्य सुविधाओं का भी अभाव है। होटल स्टाफ से शिकायत की तो होटलकर्मी नाराज हो गए। उन्हें और परेशान किया जाने लगा।
युवतियों का आरोप है कि शाम के समय उनके कमरे में माचिस मांगने के बहाने अंजान लोग आते थे। पहले तो इन लोगों ने नजरअंदाज किया। बाद में रात में भी कुछ लोग दरवाजा खटखटाने लगे। यहां तक कि दरवाजा तोड़ने की कोशिश भी की गई। सारी रात युवतियां सो नहीं सकी। सुबह होते ही होटल मैनेजर से शिकायत की। मैनेजर ने उनकी कोई भी बात मानने से मना कर दिया। परेशान युवतियों ने ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग करनी शुरू कर दी। इसके बाद इनके मोबाइल छीन लिए गए। पेट और चेहरे पर लात मारी गई। सीसीटीवी फुटेज नहीं दिखाई गई।
पीड़त युवतियों का आरोप है कि वे दीघा पुलिस स्टेशन गईं। पुलिस ने उनकी शिकायत नहीं ली, बल्कि यह समझाना शुरू कर दिया कि वकीलों की अभी हड़ताल है। अभी तुम्हारे मामले की कहीं कोई सुनवाई नहीं होगी। तुम लोगों को वकीलों की हड़ताल खत्म हाेने तक यहां रुकना पड़ेगा। बयान रिकॉर्ड करने के लिए बार-बार दीघा आना पड़ेगा, इसलिए शिकायत करना ठीक नहीं है। आखिरकार परेशान युवतियां शनिवार देर शाम कोलकाता लौट आईं। यहां पुलिस आयुक्त, हावड़ा पुलिस आयुक्त और मुख्यमंत्री कार्यालय को चिट्ठी लिखकर न्याय की मांग की है।
गुरुवार को दीघा के आशा होटल के मालिक आशीष प्रधान से इस संबंध में संपर्क किया गया तो उन्होंने सभी आरोपों से इन्कार किया है। प्रधान का कहना है, युतियों को मारा-पीटा नहीं गया है। हम पुलिस स्टेशन भी गए थे। पुलिस ने दोनों पक्षों को बैठाकर समझौता कराया था। लेकिन दीघा-शंकरपुर होटल ओनर्स एसोसिएशन के सचिव बिप्रदास चक्रवर्ती ने कहा है कि आशा होटल के खिलाफ पहले भी शिकायतें मिली हैं। होटल के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए वरना पर्यटन पर गलत प्रभाव पड़ेगा। फिलहाल, इस घटनाक्रम को लेकर पुलिस सवालों के घेरे में है, वहीं ईस्ट मिदनापुर के पुलिस अधीक्षक वी.एस. नेसकुमार ने मामले को व्यक्तिगत रूप से देखने के लिए कहा है।


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