दक्षिण मुंबई: बड़ा दिलचस्प रहा है राजनीतिक इतिहास
मुंबई, 07 मार्च (हि.स.)। दक्षिण मुंबई संसदीय सीट का राजनीतिक इतिहास बड़ा ही दिलचस्प रहा है। ज्यादातर तो इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा है, लेकिन संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर जॉर्ज फर्नांडिज , भारतीय लोकदल के रत्नसिंह राजदा, भाजपा की जयवंती बेन मेहता और शिवसेना के अरविंद सावंत कांग्रेस के इस तिलस्म को ढहाने में कामयाब रहे हैं। मौजूदा समय में इस सीट से शिवसेना के अरविंद सावंत सांसद हैं।
पुराने इतिहास पर गौर करें तो छठवीं (1977-80) और सातवीं लोकसभा (1980-84) में इस सीट से भारतीय लोकदल के रत्नसिंह राजदा लगातार दो बार सांसद चुने गए। आठवीं लोकसभा (1984-89) में कांग्रेस के मुरली देवड़ा इस सीट से विजयी हुए और लगातार तीन बार सांसद रहे। ग्यारहवीं लोकसभा (1996-98) में कांग्रेस के गढ़ में भाजपा ने सेंध लगाई जयवंती बेन मेहता ने मुरली देवड़ा को पराजित किया। हालांकि आगे चलकर बारहवीं लोकसभा (1998-99) में कांग्रेस ने फिर बाजी पलट दी और कांग्रेस के मुरली देवड़ा चौथी बार सांसद चुने गए। तेरहवीं लोकसभा (1999-2004) में इस सीट पर भाजपा का कमल फिर एक बार खिला, जिसमें भाजपा की जयवंती बेन मेहता ने मुरली देवड़ा को पराजित किया। वर्ष 1952 से वर्ष 1967 तक इस सीट पर कांग्रेस काबिज रही। संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़नेवाले दिवंगत जॉर्ज फर्नांडिज ने कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाई थी। वर्ष 1967 के चुनाव में फर्नाडिज ने जीत हासिल की थी। वर्ष 1971 में फिर से यह सीट कांग्रेस के पास आई। इसके बाद 1977 से 1984 तक ये सीट भारतीय लोक दल और जनता पार्टी के पास रही। कामगार नेता व पूर्व रक्षा मंत्री फर्नांडिज ने इसी संसदीय सीट से अपने राजनीतिक कैरियर की शुरूआत की थी। उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता सदाशिव कानोजी पाटिल को हराया था।
चौदहवीं लोकसभा (2004-09) में मुरली देवड़ा के पुत्र मिलिंद देवड़ा ने भाजपा की जयवंती बेन मेहता को पराजित करके फिर से कांग्रेस के गढ़ पर कब्जा जमाया। पंद्रहवीं लोकसभा (2009-14) में भी मिलिंद देवड़ा इस सीट से विजयी हुए और केंद्र में मंत्री बने। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी मनसे के बाला नांदगांवकर को 1 लाख 12 हजार 682 वोटों से पराजित किया था। सोलहवीं लोकसभा (2014-19) में भाजपा – शिवसेना ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। मोदी लहर में शिवसेना के अरविंद सावंत ने मिलिंद देवड़ा को पराजित किया। शिवसेना उम्मीदवार मोहन रावले तीसरे स्थान पर रहे। वर्ष 2014 के चुनाव में अरविंद सावंत को 3,74,609 वोट पाकर जीत हासिल की थी। दूसरे स्थान पर रहे कांग्रेस के मिलिंद देवडा को 2,46,045 वोट मिले थे। तीसरे स्थान पर रहे मनसे के बाला नांदगांवकर को 84,773 वोट मिले थे। चौथे स्थान पर मशहूर बैंकर दिवंगत मीरा सान्याल रहीं जिन्होंने आप पार्टी से चुनाव लड़ा था और उन्हें 40,298 वोट मिले थे। वर्ष 2019 के चुनाव में भी भाजपा-शिवसेना ने साथ मिलकर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। लोकसभा में भाजपा 25 और शिवसेना 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। बताया जाता है कि दक्षिण मुंबई सीट शिवसेना के कोटे में रहेगी। यैसे में अरविंद सावंत को फिर से उम्मीदवारी मिलने की प्रबल संभावनाएं हैं। इधर विरोधी खेमे कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन में यह सीट कांग्रेस के हिस्से में होगी। कांग्रेस की ओर से मिलिंद देवड़ा को उम्मीदवारी दिए जाने की चर्चाएं हैं। यहां कांग्रेस और शिवसेना के बीच कांटे का मुकाबला होगा।
दक्षिण मुंबई संसदीय सीट में 6 विधानसभा आती हैं। वर्ली विधानसभा सीट से शिवसेना के सुनील शिंदे, शिवडी से शिवसेना के अजय चौधरी, मालाबार हिल से भाजपा के मंगल प्रभात लोढ़ा, कोलाबा से भाजपा के राज पुरोहित, मुंबादेवी से कांग्रेस के अमीन पटेल और भायखला विधानसभा सीट से एमआईएम के वारिश पठान विधायक हैं। दक्षिण मुंबई में तकरीबन छह लाख मतदाता हैं। यहां की समस्याओं पर गौर करें तो बीडीडी चाल और झोपड़ो का पुनर्वास, मिल मजदूरों को मकान, फेरीवाले, ट्राफिक समस्या, गिरगांव का विकास, कोलाबा की झुग्गी झोपडियां, रोजागार और आवास जैसे प्रमुख मसले हैं। विधानभवन, मंत्रालय, राजभवन, मंत्रियों व विधायकों के सरकारी आवास, आरबीआई जैसे सरकारी कार्यालय, बड़े बाजार, निजी बहुराष्ट्रीय कंपनियों के मुख्यालय, उद्मियों और नामचीन हस्तियों के आवास के कारण यहां सुरक्षा सबसे अहम मुद्दा है। इस सीट से अब तक सदाशिव कानोजी पाटिल (कांग्रेस), जॉर्ज फर्नांडिज (संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी), कैलाश नारायण नारूला शिवनारायण ( कांग्रेस), रत्नसिंह राजदा (भारतीय लोकदल), मुरली देवड़ा (कांग्रेस), जयवंती बेन मेहता (भाजपा), मिलिंद देवड़ा (कांग्रेस) रहे। मौजूदा समय में शिवसेना के अरविंद सावंत सांसद हैं।