दक्षिण एशिया में स्थिरता के लिए मिल कर काम करेंगे भारत और अमेरिका
वाशिंगटन, 15 फरवरी (हि.स.)। अमेरिका ने कहा है कि दक्षिण एशिया क्षेत्र में स्थिरता के लिए भारत और अमेरिका मिलकर काम करेंगे। व्हाइट हाउस की मुख्य उप प्रेस सचिव काराइन जीन पियरे का मानना है कि भारत क्षेत्रीय विकास का इंजन है।
उप प्रेस सचिव ने भारत को दक्षिण एशिया और हिंद महासागर में एक समान विचारधारा वाला भागीदार और नेता करार दिया, जो दक्षिण पूर्व एशिया में सक्रिय और अमेरिका से जुड़ा हुआ है।
व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान बीते दिनों अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के संगठन क्वाड के विदेश मंत्रियों के सम्मेलन की चर्चा करते हुए जीन पियरे ने कहा कि इस संगठन ने यूक्रेन पर मंडरा रहे रूसी खतरे पर चर्चा करने का अवसर दिया है। विदेश मंत्रियों ने इस खतरे पर चर्चा की कि रूस की आक्रामकता न केवल यूक्रेन के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए सामने आई है। क्वाड भागीदारों के साथ बैठकों के दौरान अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के लिए रूस द्वारा पैदा की जा रही चुनौतियों और यूरोपीय सहयोगियों का समर्थन करने की तत्परता पर भी चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि भारत के साथ अमेरिका एक रणनीतिक साझेदार बनाना जारी रखेगा, जिसमें अमेरिका और भारत दक्षिण एशिया में स्थिरता को बढ़ावा देने का काम करेंगे। स्वास्थ्य, अंतरिक्ष, साइबर स्पेस जैसे नए क्षेत्रों में सहयोग करने के लिए दोनों देश साथ आएंगे और एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत के लिए मिलकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि अमेरिका न सिर्फ भारत, बल्कि कई अन्य सहयोगियों और भागीदारों के साथ मिलकर काम कर रहा है।