तेन्दूपत्ता संग्राहकों को मिलेगा 608 करोड़ का बोनस : डॉ. रमन
रायपुर 18 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कल देर शाम यहां अपने निवास परिसर में हमर छत्तीसगढ़ योजना के तहत रायपुर और नया रायपुर के अध्ययन दौरे पर आए संयुक्त वन प्रबंधन समितियों के सदस्यों का स्वागत किया। इनमें कबीरधाम, बीजापुर, बलरामपुर, राजनांदगांव और कोरिया जिलों की संयुक्त वन प्रबंधन समितियों के 603 सदस्य शामिल थे। इस अवसर पर वन मंत्री महेश गागड़ा, विभाग के अपर मुख्य सचिव सी.के खेतान ,संचालक पंचायत तारण प्रकाश सिन्हा और प्रधान मुख्य वन संरक्षक आर के सिंह भी उपस्थित थे।
डॉ. सिंह ने संयुक्त वन प्रबंधन समितियों के सदस्यों को सम्बोधित करते हुए कहा कि विकास यात्रा के दूसरे चरण में तेन्दूपत्ता संग्राहकों को 608 करोड़ रूपए का बोनस और लगभग 12 लाख चरण पादुका का वितरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दो वर्ष पहले हमर छत्तीसगढ़ योजना शुरू की गई है, जो सफलतापूर्वक चल रही है। इस योजना के तहत लगभग पौने दो लाख पंचायत प्रतिनिधियों और सहकारिता क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने रायपुर और नया रायपुर का अध्ययन दौरा कर लिया है। अब योजना के तहत संयुक्त वन प्रबंधन समितियों के अध्यक्षों और सदस्यों को भी रायपुर के आस पास के विकास कार्यों का भ्रमण कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वास्तव में राजधानी रायपुर की यह यात्रा विकास की तीर्थ यात्रा करने के समान है। इस यात्रा से समितियों के अध्यक्षों और सदस्यों की राज्य के विकास में भागीदारी निभाने के साथ ही और विकास के प्रति समझ विकसित होगी। उन्होंने कहा कि वनों की रक्षा और उनके विकास में संयुक्त वन प्रबंधन समितियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जंगलों का संरक्षण और संवर्धन हमारी आने वाली पीढ़ी के लिए जरूरी है, इससे न केवल पर्यावरण सुधरेगा बल्कि हरियाली और वर्षा की कमी नहीं होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में संयुक्त वन प्रबंधन के 7887 समितियां हैं। लगभग 55 प्रतिशत वन क्षेत्र इनके कार्य क्षेत्र में आता है। 59 हजार वर्ग कि.मी. का क्षेत्र और 27 लाख इनमें सदस्य हैं। इन सभी को छत्तीसगढ़ के विकास से जोड़ने के लिए हमर छत्तीसगढ़ योजना का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोगों की ताकत से छत्तीसगढ़ का चहुंमुखी विकास हो रहा है। अधिकारियों ने बताया कि हमर छत्तीसगढ़ योजना में कोरिया, कबीरधाम, बलरामपुर बीजापुर और राजनांदगांव जिले के संयुक्त वन प्रबंधन समितियों के 603 पदाधिकारियों को नया रायपुर, पुरखौती मुक्तांगन जंगल सफारी सहित विभिन्न स्थानों का भ्रमण करवाया गया।