तीन धमाकों से फिर दहला श्रीलंका, आतंकियों के बांग्ला में जारी मैसेज से प. बंगाल में हाई अलर्ट

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कोलकाता, 27 अप्रैल (हि.स.)। सीरियल ब्लास्ट के बाद शुक्रवार रात एक बार फिर तीन धमाकों से श्रीलंका दहल उठा। इन ब्लास्टों की जिम्मेदारी आंतकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने लेते हुए बांग्ला भाषा में एक पोस्टर मैसेज भी जारी किया है। पोस्टर में लिखा है, ‘शीघ्र आश्छी, इंशाअल्लाह…’ यानी जल्द आ रहे हैं। पोस्टर पर अल मुरसालात का लोगो भी है। सुरक्षा एजेंसियाें ने इसे बहुत गंभीरता से लिया है। अनुमान है कि आतंकी संगठन भारत में भी आत्मघाती हमले कर सकते हैं। इसके मद्देनजर पश्चिम बंगाल में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
आतंकियों ने एक बार फिर ब्लास्ट की चेतावनी दी है, लेकिन यह केवल श्रीलंका के लिए नहीं बल्कि भारत के किसी हिस्से में भी हो सकता है। चूंकि आतंकियों ने बांग्ला भाषा में मैसेज जारी किया है, इसलिए बहुत हद तक इसकी संभावना है कि श्रीलंका या भारत में इस तरह के आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए आतंकी पश्चिम बंगाल के रूट का इस्तेमाल कर सकते हैं। विशेष तौर पर पश्चिम बंगाल में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
शनिवार को कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मामले की पुष्टि की है। साथ ही एसटीएफ ने पश्चिम बंगाल की सीमा से सटे सभी क्षेत्रों में संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी शुरू कर दी है। बड़े पैमाने पर राज्यभर में मुखबिरों को सतर्क कर दिया गया है। आतंकी मंसूबे को नाकाम करने के लिए पुलिस और भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ भी आपसी समन्वय बनाया गया है। विशेषकर केंद्र और राज्य सरकार की खुफिया एजेंसियां सीमावर्ती क्षेत्रों में व्यापक तौर पर जांच अभियान चला रही हैं।
उल्लेखनीय है कि श्रीलंका के स्थानीय आतंकी संगठन तहवीद जमात के जरिए आईएस ने इन धमाकों को अंजाम दिया है। बांग्लादेश में भी इस तरह का एक संगठन जमातुल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) सक्रिय है। यह संगठन भी आईएस से जुड़ा हुआ है। इसके कई सदस्य लगातार कोलकाता आते-जाते रहे हैं। कोलकाता के साथ राज्य के अन्य हिस्सों में भर्ती और आतंकियों के छिपने के लिए संगठन काम कर रहे हैं। बीते फरवरी में कोलकाता के बाबूघाट से जेएमबी का एक आतंकी अरिफुल इस्लाम को दबोचा गया था। वह बोधगया में हुए धमाकों शामिल रहा है। पूछताछ में उसने बताया था कि आतंकी संगठन असम में भी अपनी पैठ बना रहे हैं। चिराग असम में संगठन के कई आतंकी सक्रिय हैं। चिराग में जेएमबी के ट्रेनिंग कैंप हाेने का भी खुलासा किया था।
पिछले साल जुलाई में आईएस-जेएमबी के आतंकी मोहम्मद मुसीरुद्दीन उर्फ मूसा को क्रिमिनल इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट (सीआईडी) ने बर्दवान स्टेशन पर एक ट्रेन से पकड़ा था। वह लंबे समय से तमिलनाडु के तिरुपुर जिले में छिपा था। गिरफ्तारी के बाद उसने जेएमबी के आतंकी अमजद शेख से जुड़े होने की पुष्टि की थी। अमेरिकी एजेंसी फेडरर ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन (एफबीआई) ने भी आतंकी मूसा से पूछताछ की थी। ऐसे में अब राज्य की सुरक्षा एजेंसियां विशेष तौर पर आतंकी नेटवर्क का पता लगाने और उसे नाकाम करने में जुट गई हैं।


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