ट्विटर से संसदीय समिति ने कहा, भारतीय चुनावों में बाहरी दखल नहीं होनी चाहिए
-संसद की आईटी समिति ने फेसबुक, वॉट्सऐप के अफसरों को भी बुलाया
नई दिल्ली, 25 फरवरी (हि.स.)। आखिरकार ट्विटर के वाइस प्रेसिडेंट एंड ग्लोबल पॉलिसी हेड कॉलिन क्रोवेल और दूसरे अफसर संसद की आईटी समिति के समक्ष पेश हुए। करीब साढ़े तीन घंटे तक सोमवार को चली बैठक में यह स्पष्ट रूप ट्विटर से कहा गया कि देश में होने वाले चुनाव में सेंधमारी नहीं होनी चाहिए।
चुनाव में सेंधमारी से बचने की दी सलाह
मीडिया रिपोर्ट और सूत्रों के अनुसार समिति के अध्यक्ष व भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने ट्विटर से यह सुनिश्चित करने को कहा कि भारत के चुनावों में विदेशी संस्थाओं की सेंधमारी या उनका प्रभाव बिल्कुल नहीं होना । उन्होंने कहा कि ट्विटर को ऐसे मामले को चुनाव आयोग के साथ मिलकर तुरंत निपटाने चाहिए।
कुछ सवालों के जवाब 10 दिनों में मांगा
ट्विटर अधिकारियों से संसदीय समिति को जिन सवालों के जवाब नहीं मिल पाए उनके लिए 10 दिन का वक्त दिया गया है। ट्विटर को तय समय में ऐसे सवालों के लिखित जवाब पेश करने होंगे। यदि समिति जवाब से संतुष्ट नहीं होगा तो ट्विटर के अधिकारियों को समिति के सामने फिर से पेश होने के लिए कहा जा सकता।
ट्विटर के सीईओ को होना था पेश
संसदीय समिति ने ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी को पेश होने के लिए कहा था लेकिन उन्होंने वाइस प्रेसिडेंट कॉलिन क्रोवेल को भेजा। डोर्सी ने समय नहीं होने की दलील दी थी। समिति के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने बताया कि फेसबुक, वॉट्सऐप और इंस्टाग्राम के वरिष्ठ अधिकारियों को 6 मार्च को पेश होने के लिए कहा गया है।