जीडीपी विकास दर ने तोड़े अनुमान, पहुंची 7.7% के स्तर पर, चीन को पछाड़ा
नई दिल्ली, 31 मई (हि.स.)। भारत की अर्थव्यवस्था ने सभी अनुमानों को पीछे छोड़ते हुए 7.7 फीसदी की विकास दर हासिल की है। ये जीडीपी विकास दर चालू वित्त वर्ष में जनवरी-मार्च की तिमाही में हासिल की गई है। इस तरह चौथी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था ने जीडीपी विकास दर मामले में चीन को पीछे छोड़ दिया है। चीन की जीडीपी विकास दर चौथी तिमाही में मात्र 6.8 फीसदी रही है।केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ), सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने 2017-18 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) के लिए सकल घरेलू उत्पाद (सकल घरेलू उत्पाद) के और राष्ट्रीय आय के अस्थायी अनुमान वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए अनुमान जारी किए हैं। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय प्रवक्ता के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही में जीडीपी में, 2011-12 की कीमतों पर, पहले तीन तिमाहियों में 5.6 प्रतिशत, 6.3 प्रतिशत और 7.0 प्रतिशत के मुकाबले 7.7 फीसदी की वृद्धि दर दर्ज की गई। कृषि में (4.5%), विनिर्माण में (9.1%) और विनिर्माण क्षेत्रों में (11.5%) की वृध्दि ने समग्र विकास में योगदान दिया। क्षेत्रीय स्तर पर, कृषि और संबद्ध क्षेत्रों, उद्योग और सेवाओं के क्षेत्रों के लिए 2017-18 की चौथी तिमाही में निरंतर (2011-12) की कीमतों पर जीवीए की वृद्धि दर क्रमशः 4.5 प्रतिशत, 8.8 प्रतिशत और 7.7 प्रतिशत अनुमानित है। निरंतर कीमतों पर सकल नियत पूंजी निर्माण की वृद्धि दर चौथी तिमाही में 2017-18 की चौथी तिमाही में पूंजीगत वस्तुओं में वृद्धि केे चलते पिछली तीन तिमाही में क्रमश: 0.8 प्रतिशत, 6.1 प्रतिशत और 9.1 प्रतिशत के मुकाबले पहली बार 14.4 प्रतिशत हो गई। राष्ट्रीय आय के अनंतिम अनुमानों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए निरंतर (2011-12) कीमतों पर सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत होने का अनुमान है। क्षेत्रीय स्तर पर, वर्ष 2017-18 के लिए कृषि और संबद्ध क्षेत्रों, उद्योग और सेवाओं के क्षेत्रों के लिए लगातार (2011-12) कीमतों पर जीवीए की वृद्धि दर क्रमश: 3.4 प्रतिशत, 5.5 प्रतिशत और 7.9 प्रतिशत होने का अनुमान है।