जद (यू) के चुनाव-प्रचार एवं प्रबंधन से अलग हुए प्रशांत किशोर,जिम्मेदारी आरसीपी के कन्धों पर
पटना, 29 मार्च (हि.स.)। पार्टी के अंदर अपनी भूमिका से आहत जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने चुनाव प्रचार और प्रबंधन से खुद को अलग कर लिया है। उन्होंने पार्टी के चुनाव प्रचार के सन्दर्भ में कहा कि राजनीति के शुरुआती दौर में उनकी भूमिका सीखने और सहयोग की है तथा जद ( यू ) के वरीय एवं अनुभवी नेता आर सी पी के कन्धों पर चुनाव-प्रचार एवं प्रबंधन की जिम्मेदारी है।
सोशल मीडिया में ट्वीट करते हुए प्रशांत किशोर ने खुद को चुनाव प्रबंधन से अलग करते हुए शुक्रवार को लिखा है कि बिहार में एनडीए माननीय मोदी जी एवं नीतीश जी के नेतृत्व में मजबूती से चुनाव लड़ रहा है।
अपनी चुनावी रणनीति और चुनाव में तरह -तरह के नारे देने के लिए जाने जाने वाले प्रशांत किशोर अपनी ही पार्टी के चुनाव प्रबंधन से अलग हो गए हैं। पार्टी में प्रशांत किशोर को यूथ विंग के अलावा कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी गई और सीट समझौते की जिम्मेदारी भी पूर्व से ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वासपात्र रहे पार्टी के नेता राजीव रंजन उर्फ़ ललन सिंह और आरसीपी सिंह को सौंपी गई । दरअसल हाल ही में प्रशांत किशोर ने एक बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि “महागठबंधन टूटने के बाद नीतीश कुमार को नया जनादेश लेकर आना चाहिए था”। इस तरह के बयानों से प्रशांत किशोर की मुश्किलें पार्टी में बढ़ने लग गई थीं।इसके अलावा जद ( यू ) में नम्बर दो की भूमिका में आने के बाद से ही पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता इस परिवर्तन और अपना -अपना कद पार्टी में छोटा हो जाने से खुश नहीं थे।नीतीश कुमार ने भी अपने एक बयान में कहा था कि “जदयू में प्रशांत किशोर को उन्होंने अमित शाह के कहने पर शामिल किया है”।