चुनाव के आखिरी घंटों तक गुटबाजी पर विजय नहीं पा सके ‘गठबंधन’ उम्मीदवार
झांसी, 28 अप्रैल (हि.स.)। चौथे चरण के मतदान के लिए महज अब 13 घंटे शेष हैं। पिछले 20 दिनों में विभिन्न दलों के उम्मीदवारों ने अपने प्रचार-प्रसार में जान झोंक दी लेकिन गठबंधन और उनके उम्मीदवार मतदान की पूर्व संध्या तक अपने दल की गुटबाजी पर जीत हासिल नहीं कर सके।
झांसी-ललितपुर संसदीय क्षेत्र में लोकसभा चुनाव के चौथे चरण का मतदान सोमवार यानि 29 अप्रैल को होगा। झांसी की तीन और ललितपुर की दो विधानसभा क्षेत्रों के कुल करीब 20 लाख मतदाता वोट डालकर तय करेंगे कि चुनाव मैदान में उतरे उम्मीदवारों में से कौन संसद की चौखट तक जायेगा। पिछले 20 दिनों तक प्रचार-प्रसार में झोंकी गई ताकत का असर मतदान के दिन दिखेगा। इतनी मेहनत के बावजूद गठबंधन के उम्मीदवार अपने दलों के रुठे साथियों को मना पाने में कामयाब रहे हैं या नहीं, यह भी कल ही समझ आएगा।
सपा-बसपा व रालोद गठबंधन के उम्मीदवार श्याम सुन्दर सिंह और कांग्रेस जन अधिकार पार्टी के उम्मीदवार शिवशरण कुशवाहा के उम्मीदवार घोषित होने के बाद से पार्टी में कद्दावर नेताओं का आक्रोश किसी से छुपा नहीं है। महागठबंधन के उम्मीदवार के स्वभाव और व्यवहार की चर्चा भी लगभग पूरे लोकसभा क्षेत्र में चर्चा का विषय रही है। चर्चाएं आम हैं कि कद्दावर नेता और उनके सहयोगी आधे समय तक तो प्रचार-प्रसार में दिखाई ही नहीं दिए। यही नहीं उम्मीदवार के सहयोगियों ने भी कद्दावर नेता को दरकिनार करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। यहां तक कि विज्ञापनों में उनकी तस्वीर तक गायब नजर आई।
दूसरी ओर गठबंधन के उम्मीदवार की कहानी ही कुछ अलग रही। उनका तो स्वयं का स्वभाव लोगों को एकजुट करने में समर्थ नहीं रहा। इसका जीता जागता उदाहरण पार्टी कार्यालय पर कई बार कार्यकर्ताओं के बीच हुई तू-तू मैं-मैं और एक बार मारपीट है। एक बड़ी नेता का रोडशो भी उम्मीदवार की नैया पार लगाने में सफल नहीं दिखता।ऐसे में भाजपा उम्मीदवार अनुराग शर्मा भारी पड़ते दिखाई दे रहे हैं ।