चीन की निगाहें भारत और भूटान की सीमाओं पर है -पेंटागन
वाशिंगटन 04 मई (हिस): पेंटागन ने एक रिपोर्ट में ख़ुलासा किया है कि चीन हिंद प्रशांत महासागर के अंदर और बाहर अपनी सैन्य शक्ति बढ़ा रहा है और भारत तथा भूटान की सीमाओं पर नज़रें गड़ाए हुए है। चीन एक ओर सैन्य ठिकाने बना रहा है, वहीं मध्य पूर्व देशों, दक्षिण पूर्व एशियाई देशों तथा पश्च्मी प्रशांत क्षेत्रों में अपनी सैन्य शक्ति के प्रभाव से छोटे देशों की संप्रभुता के लिए ख़तरा बना हुआ है।
अमेरिकी रक्षा विभाग में सहायक रक्षा सचिव रेंडल जी श्रिवर ने पेंटागन में शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चीन मिसाइल शक्ति बढ़ाने में लगा है। उसने दूसरे समुद्री बेड़े पर तेज़ी से काम करना शुरू कर दिया है और पाँचवीं जेनरेशन के जे-20 लड़ाकू विमान की सफल उड़ान भर चुका है।उन्होंने आरोप लगाया कि चीन ने इन विमानों में सटिल्थ तकनीकी का कथित उपयोग किया है, जो अमेरिका से चुराई गई है।उन्होंने कहा कि चीनी ख़ुफ़िया एजेंसी की ओर से साइबर चोरी, विदेशी कंपनियों की अत्याधुनिक तकनीकी तक चीनी पहुँच, ख़ास तौर पर पनडुब्बियों के युद्ध में तकनीकी महारथ हासिल कर लेना एक ख़तरा बन चुका है।
उन्होंने कहा कि चीन ”वन बेल्ट, वन रोड” परियोजना से ‘मेड इन चाइना’ के बल पर सन 2025 में सुपर पावर बनने के लिए उत्सुक है। वह 2049 में विश्व में एक महाशक्ति बनने के लिए आतुर है। इसके लिए चीन मीडिया, संस्कृति और शैक्षिणिक वर्ग को परिलक्षित कर चल रहा है।