चार्टर्ड एकाउंटेंट को राष्ट्रपति की सीख: टैक्स प्लानिंग बताएं, चोरी नहीं

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नई दिल्ली, 01 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को देश के सभी चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए) को सलाह दी कि वह अपने क्लाइंट को टैक्स प्लानिंग बताएं न कि टैक्स की चोरी। कोविंद ने सीए के शीर्ष संस्थान भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान (आईसीएआई) के गोल्डन जुबली समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि एक पेशेवर के रूप में यह आपका अधिकार है कि आप अपने क्लाइंट को टैक्स प्लानिंग के बारे में सलाह दें लेकिन एक बेहतर टैक्स प्लानिंग और टैक्स की चोरी के उपाय बताने में अब ज्यादा अंतर नहीं रह गया है। यहीं पर आपका विवेक काम करना चाहिए। सभी चार्टर्ड एकाउंटेंट खुद को भारत की इस कर प्रणाली में अच्छाई का संरक्षक मानें। उन्होंने कहा कि साल 2025 तक भारत का जीडीपी दोगुना होकर पांच ट्रिलियन डॉलर के स्तर पर पहुंच जाएगा। यह अनुमान भारतीय अर्थव्यवस्था में आई तेजी को बताता है और ऐसे में देश के सीए समुदाय की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। राष्ट्रपति ने कहा कि पूरी दुनिया में जितने सीए हैं उसका 10 प्रतिशत भारत में हैं। हमारे यहां तीन लाख सीए हैं। यह अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। सीए समुदाय मिलकर भारत को विश्व में वित्तीय एवं आर्थिक महाशक्ति के रूप में स्थापित करने में अपना योगदान दे सकता है। कोविंद ने कहा कि चार्टर्ड एकाउंटेंट की भूमिका वाच डॉग की है जो जनहित में होनी चाहिए। देश में तमाम घोटाले और बैंकिंग गड़बड़ियों का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि इससे जनता का भरोसा कम होता है। उन्होंने कहा कि भरोसा बनाए रखने की बेहद जरूरत है क्योंकि सफेदपोश अपराध से काफी सवाल उठते हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार ने इसके लिए काफी प्रयास किए हैं, जिनमें जीएसटी, प्रधानमंत्री जनधन योजना, डिजिटल भुगतान और बेनामी संपत्ति कानून शामिल हैं, ताकि वित्तीय व्यवस्था में पारदर्शिता लाई जा सके। इस मौके पर केंद्रीय संचार मंत्री मनोज सिन्हा, केन्द्रीय राज्य विधि व न्याय और कॉरपोरेट कार्य मंत्री पीपी चौधरी और आईसीएआई अध्यक्ष नवीन एनडी गुप्ता भी मौजूद थे


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