चंदा जुटाकर होगी गंगा की सफाई
मुंबई, 25 अगस्त (हि.स.)। देश की पवित्र नदी गंगा की सफाई अब लोगों से चंदा जुटाकर की जाएगी। सरकार देश के करीब एक करोड़ लोगों से चंदा जुटाएगी। यह जानकारी केंद्रीय जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने दी है।
गडकरी के मुताबिक गंगा की सफाई 60 फीसदी काम लगभग पूरा होने जा रहा है। आश्चर्य है कि गंगा की सफाई के लिए लोगों ने 250 करोड़ रूपए निधि नमामि गंगे परियोजना के तहत एक खाते में जमा कराए हैं। अब सरकार जनता के सहयोग से इस परियोजना का काम पूरा करेगी। सरकार एक करोड़ लोगों से चंदा जुटाएगी। लोग अपनी स्वेच्छा से ई ट्रांसफर के माध्यम से चंदे की रकम सरकार के खाते में भेज सकेंगे। उन्होंने बताया कि देश में ट्रांसपोर्ट्टम को मजबूत बनाने का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। सड़क यातायात पर बढ़ते दबाव को देखते हुए जल यातायात और रेल को प्राथमिकता दी जा रही है। जल यातायात को बढ़ावा देने के लिए देश की 112 नदियों को जोड़ने की परियोजना शुरू है। समुद्री मार्ग को भी जोड़ा जा रहा है। साथ ही उन्होंने मुंबई-पुणे के बीच नया ग्रीन हाइवे बनाने की जानकारी दी। देश के पहले इस ग्रीन हाइवे पर सिर्फ कंटेनर ढोए जाएंगे।
मुंबईकरों को खुश खबरी देते हुए गडकरी ने बताया कि एक अक्टुबर से मुंबई से नवी मुंबई के बीच रो रो सेवा शुरू हो जाएगी। साथ ही मुंबई से गोवा क्रूज़ सेवा भी शुरू होगी। इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। महाराष्ट्र में 5 जल यातायात मार्ग के लिए विशेष रिपोर्ट बनाई जा रही है। गडकरी के अनुसार नवी मुंबई स्थित जेएनपीटी बंदरगाह का विस्तार किया जाएगा। इसे वैश्विक स्तर के टॉप 10 बंदरगाहों की सूची में लने का प्रयास जारी है। आगामी तीन वर्ष में जेएनपीटी की क्षमता एक करोड़ कंटेनर तक बनाई जाएगी। यहां एक वर्ष में एक करोड़ से अधिक कंटेनर उतरेंगे, जिससे 60 हजार से अधिक रोजगार पैदा होगा। जेएनपीटी की क्षमता बढ़ाने के लिए 4 सेटेलाइट पोर्ट बनाए जाएंगे। जेएनपीटी को मराठावाडा और खानदेश से सीधा जोड़ा जाएगा।
गडकरी के अनुसार जेएनपीटी के रिंग रोड से दिल्ली को जोड़ने वाला महामार्ग भी बन रहा है। दिल्ली मुंबई कॉरिडोर एक लाख करोड़ रूपए की लागत से तैयार होगा। इसके लिए जयपुर से दिल्ली तक का टेंडर जारी किया जानेवाला है। यह परियोजना पूरी होने पर मुंबई से दिल्ली का अंतर महज 12 घंटे का हो जाएगा। वही मुंबई से नाशिक तक काम शुरू कर दिया गया है। समृद्धि महामार्ग को भी इससे जोड़ा जायेगा। दिसंबर महीने की आठ ताऱीख से शुरू होने जा रही इस परियोजना का काम दो से ढाई वर्ष में पूरा होगा। गडकरी के अनुसार मनमाड से इंदौर के बीच रेल मार्ग बिछाया जाएगा। अगले सप्ताह दिल्ली में राज्य के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के बीच बैठक होगी। जहाँ इस रेल मार्ग के लिए समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। इस रेल मार्ग से नवी मुंबई के जेएनपीटी बंदरगाह से कंटेनर की ढुलाई हो सकेगी।