गुड़िया हत्याकांड: हिमाचल हाईकोर्ट में सुनवाई आज, रिपोर्ट पेश करेगी सीबीआई

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शिमला, 27 जून (हि.स.)। शिमला जिले के कोटखाई के बहुचर्चित दुष्कर्म व हत्या के मामले में आज (बुधवार) को हिमाचल हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। इस दौरान सीबीआई जांच प्रगति रिपोर्ट कोर्ट में पेश करेगी। इस मामले की सुनवाई कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजय करोल और न्यायाधीश सन्दीप शर्मा की खंडपीठ कर रही है। इससे पहले 29 मई को मामले की सुनवाई के दौरान सीबीआई ने हाईकोर्ट को अवगत करवाया था कि इस मामले के एकमात्र आरोपी अनिल उर्फ नीलू के खिलाफ सक्षम कोर्ट में आरोपत्र दाखिल कर दिया गया है।

इस आरोप पत्र में 35 पन्ने हैं और कई दस्तावेज शामिल हैं। सीबीआई ने आरोपपत्र में 62 गवाह बनाए हैं। आरोप पत्र में साक्ष्यों सहित बताया गया है कि आरोपी अनिल ने दुष्कर्म के बाद गुड़िया को जघन्य तरीके से मौत के घाट उतारा था। इस बीच सक्षम कोर्ट में आरोपी अनिल के खिलाफ ट्रायल चल रहा है। करीब नौ माह की गहन पड़ताल के बाद सीबीआई ने बीते 13 अप्रैल को आरोपी को गिरफ्तार कर मामले को सुलझाने का दावा किया था। आरोपी कांगड़ा जिले के बैजनाथ का मूल निवासी है और चिरानी (पेड़ काटने का काम) का काम करता था। जांच एजेंसी ने उसे शिमला जिले के कोटखाई से गिरफ्तार किया था।

सीबीआई के मुताबिक आरोपी का डीएनए गुडिया के डीएनए से मैच होने की पुष्टि के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया है। डीएनए प्रोफाइलिंग की रिपोर्ट के अनुसार आरोपी के डीएनए का घटना स्थल तथा शव से बरामद डीएनए सामग्री से सौ प्रतिशत मिलान हुआ है और इसी के बाद ही जांच एजैंसी इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि गुडिया का असली कातिल पकड़ा गया आरोपी ही है।

गुड़िया केस की जांच के सम्बंध में बीते 9 मई को सीबीआई निदेशक की तरफ से हाईकोर्ट में शपथ पत्र दाखिल कर सीबीआई की जांच पर संतुष्ठी जताई थी। उल्लेखनीय है कि बीते वर्ष छह जुलाई को गुड़िया का शव कोटखाई के जंगल में बरामद हुआ था। दसवीं कक्षा की छात्रा गुड़िया कोटखाई के एक सरकारी स्कूल में पढ़ती थी और चार जुलाई को अचानक लापता हो गई थी। पोस्टमार्टम व बिसरा रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि दुष्कर्म के बाद गुड़िया को जघन्य तरीके से मौत के घाट उतारा गया है।


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