कुम्भ में दूसरा शाही स्नान शुरु, सबसे पहले महानिर्वाणी अखाड़े के संन्यासियों ने लगाई डुबकी
कुम्भ नगर (प्रयागराज ), 04 फरवरी (हि.स.)। कुम्भ मेले में मौनी अमावस्या पर अखाड़ों का दूसरा शाही स्नान शुरु हो गया है। सबसे पहले श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और श्री पंचायती अटल अखाड़ा के संन्यासियों ने पवित्र संगम में डुबकी लगाई।
पूर्व निर्धारित समय के अनुसार शाही स्नान के लिये सबसे पहले महानिर्वाणी और अटल अखाड़े का जुलूस सुबह 5.15 बजे अखाड़े की छावनी से निकला। जुलूस 6.15 बजे संगम नोज पहुंचा और 40 मिनट स्नान करने के बाद 6.55 बजे घाट से वापस लौट गया।
महानिर्वाणी और अटल के बाद निरंजनी और आनंद अखाड़े के संन्यासी जुलूस की शक्ल में सुबह 6.05 बजे छावनी से निकलकर 7.05 बजे संगम नोज पहुंचे और स्नान किये। इन दोनों अखाड़ों के लिए भी 40 मिनट स्नान का समय आवंटित है।
जूना के साथ अग्नि, आवाहन और किन्नर अखाड़ा के संन्यासी शाही स्नान के लिए अपनी-अपनी छावनी से सुबह सात बजे निकल लिये हैं। ये सब करीब आठ बजे संगम नोज पहुंचेंगे। स्नान के लिए इन सब को 40 मिनट का समय आवंटित है। सबसे अंत में निर्माल अखाड़ा शाही स्नान करेगा।
मौनी अमावस्या पर महास्नान का पर्व देर रात ही शुरू हो गया था। संगम किनारे जमे श्रद्धालुओं ने 11 बजे रात के बाद से ही स्नान शुरू कर दिया और इसी के साथ आस्था के महाकुंभ में महास्नान का पर्व शुरू हो गया। स्नान आज देर रात तक जारी रहेगा।
मौनी अमावस्या के अवसर पर पूरा कुम्भ मेला क्षेत्र स्नानार्थियों की भीड़ से पट गया है। दो दिन पहले शुरु हुआ श्रद्धालुओं का रेला अभी भी मेला क्षेत्र की तरफ अनवरत चला आ रहा है। मेला प्रशासन का अनुमान है कि मौनी अमावस्या के अवसर पर करीब तीन करोड़ श्रद्धालु संगम समेत गंगा के विभिन्न घाटों पर पूण्य की डुबकी लगाएंगे।
प्रमुख स्नान पर्व को लेकर कुम्भ मेला प्रशासन ने सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किये हैं। करीब आठ किलोमीटर की दूरी में फैले 40 स्नान घाटों पर करीब तीन करोड़ श्रद्धालु कुम्भ के प्रमुख स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर सोमवार को पुण्य की डुबकी लगा रहे हैं।
सुरक्षा के व्यापक प्रबंध
मेला प्रशासन ने मौनी अमावस्या के अवसर पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किये हैं। कुम्भ मेला क्षेत्र के अलावा प्रयागराज जिले और शहर में भी हर जगह यातायात प्रतिबंधित कर दिये गये हैं। बड़े वाहनों को नगर से बाहर बने पार्किंग स्थलों पर ही रोक दिया जा रहा है। वहां से श्रद्धालुओं को निःशुल्क शटल बसों के माध्यम से नगर क्षेत्र में प्रवेश कराया जा रहा है। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड से श्रद्धालुओं की भीड़ पिछले तीन दिन से लगातार मेला क्षेत्र में आ रही है। श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला अभी तक थमा नहीं है।
श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रयागराज जिला प्रशासन ने जिले के सभी सरकारी कार्यालयों, स्कूलों और कालेजों को दो से चार फरवरी तक के लिए बंद कर दिया है। सुरक्षा की दृष्टि से किला स्थित अक्षयवट और सरस्वती कूप के दर्शन अमावस्या के अवसर पर पांच फरवरी तक बंद रहेंगे।