‘कालनेमियों’ की नई जमात से सावधान रहे हिन्दू समाज : अम्बरीश सिंह
लखनऊ, 24 जनवरी (हि.स.)। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के केंद्रीय सह मंत्री अम्बरीश सिंह ने कहा कि चुनाव के समय तिलक लगाकर एवं जनेऊ पहनकर मंदिर-मंदिर घूम रही ‘कालनेमियों’ की नई जमात से हिन्दू समाज को सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि 1528 से अपनी ही जन्मभूमि से निर्वासित रामलला को भव्य मन्दिर में पुनर्स्थापित करने के लिए हमारे पुरखों ने 76 युद्ध लड़े और इन युद्धों में 3.76 लाख से अधिक लोग शहीद हो गए। मुलायम सिंह यादव की सरकार ने अयोध्या में 1990 में निहत्थे कारसेवकों पर गोली चलवा दी थी, जिसमें भी कई हिन्दू शहीद हो गए थे।
अम्बरीश सिंह ने सोमवार को सोशल मीडिया के जरिए कहा कि हिन्दू शक्ति के सामूहिक शक्ति प्रदर्शन के कारण आज मन्दिर निर्माण की बाधाएं दूर हो गईं। हमने अपनी इन्हीं आखों से देखा रामलला के विग्रह को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गोद में और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को रामलला सरकार के भवन का भूमिपूजन करते हुये। उन्होंने कहा कि अधिक दिन नहीं हुए जब हमने वह भी दिन देखा था जब सत्ता के लिए एक समुदाय का चरण चुम्बन करने वाले राजनीतिक दलों की जमात थी और वह सत्तासीन भी थी।
विहिप के केंद्रीय सह मंत्री सिंह ने लिखा कि हमने यह भी देखा है जब हिन्दू अपने ही देश में दूसरे दर्जे का नागरिक होने की कगार पर पहुंच गया था। हम थोड़ा सतर्क हुए, संगठित हुए, हमारी राजनीतिक चेतना हिन्दू के नाते जगी, हमने टुकड़ों में बंटकर विचार करना कम किया तो कालनेमियों की नई जमात ने जन्म ले लिया और तिलक लगाकर, जनेऊ पहने मंदिर-मंदिर घूम रही है, लेकिन यह सफलता स्थायी नहीं है। हमें अपनी सतर्कता, जागरण, संगठन और सामूहिकता के भाव में निरंतरता बनाए रखने की आवश्यकता है। युद्ध सतत जारी है। हमारी तनिक भी असावधानी सभी किए कराए पर पानी फेर सकती है। हमारी उदासीनता से इन शक्तियों को बल मिलेगा। इसलिए हमें विचार करना होगा कि आज के वैचारिक युद्ध में हमारी भी सहभागिता हो।