ओडिशा में ‘फानी’ का कहर: अब तक सात लोगों की मौत, बिजली और संचार सेवा ठप
-मुख्यमंत्री पटनायक ने सचिवालय में राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक
नई दिल्ली, 04 मई (हि.स.)। चक्रवाती तूफान ‘फानी’ ने शुक्रवार सुबह ओडिशा के तट से टकराने के बाद राज्य में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है। तूफान की गति तेज होने के कारण जगह-जगह पेड़, बिजली और टेलीफोन के खम्भे तथा होर्डिंग्स उखड़ गए। भुवनेश्वर स्थित बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। कई स्थानों पर कारें हवा में उड़ती दिखाई दीं।
अब यह तूफान पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ रहा है, जिसके मद्देनजर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अगले 48 घंटों के लिए पूर्वनियोजित अपनी सभी चुनावी रैलियों को रद्द कर दिया है। तटीय राज्यों में रेड अलर्ट जारी किया गया है और मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
तूफान से अब तक ओडिशा में सात लोगों की मौत हो गई है। इसमें से तीन लोगों की मौत जाजपुर जिले में हुई है। केंद्रपाड़ा, नयागढ़, पूरी व केंदुझर जिले में 1-1 लोगों की मौत हुई है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शुक्रवार शाम को सचिवालय में राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
तूफान के असर को कम करने के लिए पहले से तैनात बचाव और राहत कार्यों के लिए स्टैंडबाय पर सेना, नौसेना, तटरक्षक बल और राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) की टीमों के साथ हाई अलर्ट पर है। तटीय क्षेत्रों से करीब 11 लाख लोगों को समय रहते निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया था, जिसके कारण इससे होने वाले नुकसान को काफी हद तक सीमित कर लिया गया।
विनाशकारी और सबसे शक्तिशाली चक्रवात ‘फानी’ ओडिशा में आज सुबह 8 बजे तट से टकराया। पुरी के समुद्र तटीय तीर्थ नगरी और अन्य स्थानों में बड़े क्षेत्र जलमग्न हो गए, क्योंकि भारी बारिश ने राज्य के पूरे तटीय क्षेत्र को लगभग 11 लाख लोगों को प्रभावित किया है। पिछले 43 वर्षों में मई माह में भारत के पड़ोसी समुद्री क्षेत्र में उठा इतनी तीव्रता का यह पहला तूफान है। भुवनेश्वर में 160 मिमी से ज्यादा बारिश हुई है। हजारों पेड़ उखड़ गए हैं। कच्चे घरों को काफी नुकसान पहुंचा है। एनडीआरएफ की टीम राहत कार्यों में युद्ध स्तर पर जुटी हुई है।
फानी की वजह से रेल, सड़क और हवाई यातायात पर प्रभाव पड़ा है। कोलकाता एयरपोर्ट अथॉरिटी ने एक बयान जारी कर बताया है कि यहां आने-जाने वाली फ्लाइट्स शुक्रवार दोपहर 3 बजे से लेकर शनिवार सुबह 8 बजे तक के लिए रद्द कर दी गई हैं। 100 से ज्यादा ट्रेनें रद्द हुई हैं।
राष्ट्रीय आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र के अनुसार, गृह मंत्रालय के तहत, ओडिशा के पुरी जिले में बिजली और दूरसंचार लाइनें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं और बहाली का काम जारी है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), नौसेना, तटरक्षक बल, सेना और वायु सेना से संबंधित बचाव दल एक बड़े ऑपरेशन में तैनात किए गए हैं, जिनकी केंद्र सरकार द्वारा बारीकी से निगरानी की जा रही है।
विशेष राहत कमिशनर कार्यालय के प्रवक्ता संग्राम महापात्र ने बताया कि तूफान के कारण कुल 11 लाख 59 हजार लोगों को आश्रय स्थलों में रखा गया है। उनके लिए भोजन का इंतजाम किया गया है। जब तक इन लोगों के घर लौटने जैसी स्थिति उत्पन्न नहीं होती तब तक उन्हें आश्रय स्थलों में ही रखा जाएगा।
हेल्पलाइन नम्बर
गृह मंत्रालय ने चक्रवात फानी के लिए हेल्पलाइन नंबर के रूप में 1938, रेलवे ने जनता के लिए 1800-3457401, 1800-3457402, एनडीआरएफ हेल्पलाइन नंबर 0111078 और ओडिशा आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर 674253417 सूचीबद्ध किये हैं।
एम्स पीजी-2019 की परीक्षा रद्द
पांच मई को आयोजित होने वाली एम्स पीजी-2019 परीक्षा, भुवनेश्वर में केंद्र वाले उम्मीदवारों के लिए रद्द कर दी गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक ट्वीट में उल्लेख किया कि फनी चक्रवात के कारण शहर में व्यापक क्षति के कारण भुवनेश्वर में केंद्रों के लिए एम्स पीजी परीक्षा रद्द कर दी गई है।
अब तक सात लोगों की मौत
चक्रवाती तूफान ‘फानी’ के कारण राज्य में अब तक सात लोगों के मौत हो गई है। हालांकि विशेष राहत कमिश्नर के कार्यलय के अनुसार, मरने वालों के सम्बन्ध में जिलाधिकारियों से किसी प्रकार की रिपोर्ट नहीं मिली है। रिपोर्ट मिलने के बाद ही इस बारे में कुछ कह जा सकता है।
गैर सरकारी सूत्रों के अनुसार चक्रवाती तूफान ‘फानी’ के कारण अब तक सात लोगों की मौत हुई है। तीन लोगों की मौत जाजपुर जिले में हुई है। केंद्रपाड़ा, नयागढ़, पूरी व केंदुझर जिले में 1-1 लोगों की मौत हुई है। पुरी के सखीगोपाल पुलिस स्टेशन क्षेत्र में एक युवती के ऊपर तूफान के दौरान एक पेड़ उखड़कर गिर गया, जिसके नीचे दबने से उसकी मौत हो गई। दूसरा हादसा नयागढ़ जिले में हुआ, जहां एक कंक्रीट स्ट्रक्चर से मलबा उड़ा और एक महिला को जा लगा। इससे महिला की मौत हो गई। इसके अलावा केंद्रपाड़ा जिले के देबेन्द्रनारायणपुर गांव में एक आश्रय स्थल में भी 65 वर्षीय एक महिला की हृदयगति रुकने से मौत हो गई। पुरी में तूफान जनित विभिन्न घटनाओं में कम से कम 160 लोग जख्मी हुए हैं।
मुख्यमंत्री पटनायक ने अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शुक्रवार शाम को सचिवालय में राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री पटनायक बताया कि चक्रवाती तूफान ‘फानी’ ने राज्य में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है। तूफान से सर्वाधिक नुकसान पूरी जिले में हुआ है। पूरी में लैंड फाल के पश्चात तटीय इलाकों में भारी तबाही हुई है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि लोगों की सुरक्षा राज्य सरकार की प्राथमिकता है। इस तूफान से पूरी जिले में बिजली व संचार सेवा को खासा नुकसान पहुंचा है। अब राहत व पुनरुद्धार उनके लिए एक बड़ी चुनौती है। यह कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गंजाम जिले में बिजली सेवा बहाल कर दी गई।
आंध्र प्रदेश में 10 मकान क्षतिग्रस्त
आंध्र प्रदेश के उत्तर तटीय जिले श्रीकाकुलम में फानी तूफान का प्रभाव देखा गया। दिन में इच्छापुरम में 140 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल रही थी। कांचीली मंडल में 190 मिमी बारिश हुई। श्रीकाकुलम के जिलाधीश जे निवास ने बताया कि फनी तूफान के प्रभाव से 10 मकान क्षतिग्रस्त हो गये हैं। फिलहाल कोई जानी नुकसान की सूचना नहीं है। जिलाधीश ने कहा कि फानी तूफान से राहत के लिए श्रीकाकुलम जिले में लगभग 20 हजार से अधिक लोगों को 126 शिविरों में सुरक्षित ठहराया गया है। जिले के कोत्तूर मंडल में एनडीआरएफ का बचाव कार्य जारी है। कुछ इलाकों में तेज हवा से खम्भे उखड़ जाने से विद्युत आपूर्ति में बाधा आयी है, जिसकी बहाली तेजी से की जा रही है। हैदराबाद में टॉलीवुड अभिनेता चिरंजीवी के फार्महाउस में आग लगने से अपकमिंग फिल्म का सेट जलकर राख हो गया।
अन्य राज्यों पर भी तूफान का असर
इस तूफान का असर आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, पूर्वोत्तर के हिस्सों, नेपाल और बांग्लादेश पर भी पड़ने की संभावना व्यक्त की गई है। चक्रवाती तूफान अभी कोलकाता से लगभग 340 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में ओडिशा में है।
मौसम वैज्ञानिकों ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि चक्रवात फानी नेपाल में मौसम की स्थिति में बदलाव करेगा जिससे हिमालय क्षेत्र में भारी वर्षा और बर्फबारी होगी। हालांकि चक्रवात के नेपाल के लिए अपना रास्ता बनाने की संभावना नहीं है। इसके बावजूद शनिवार को पूर्वी और मध्य क्षेत्रों के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान ने चेतावनी दी है कि चक्रवात देश के कुछ हिस्सों में मौसम की स्थिति के नियमित पैटर्न को प्रभावित करेगा।