एशियाई देशों की कृषि पर “फॉल आर्मीवर्म” का संकट
नई दिल्ली, 21 मार्च (हि. स)।
संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन ने भारत सहित पूरे एशियाई देशों को “फॉल आर्मीवर्म” नामक कीडे के प्रकोप से निपटने के लिए सावधान किया है। यह कीड़ा फसलों को पूरी तरह से कुतर कर तबाह कर सकता है।
बैंकॉक में संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन द्वारा आयोजित मीटिंग में आज दूसरे दिन भारत सहित एशियाई देशों को फॉल आर्मीवर्म नामक कीड़ें से सावधान रहने के लिए आगाह किया गया।
संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन के उपमहानिदेशक कंधवी कदिरेसन ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि फॉल आर्मीवर्म नामक कीड़ा पिछले कुछ सालों में अमेरिका से होते हुए अफ्रीका पहुंचा। यहां कीड़ा अफ्रीका की कृषि को बुरी तरह से तबाह कर रहा है। इसके प्रकोप से यहां की कृषि को लगभग तीन अरब अमेरिकन डॉलर का नुकसान हुआ है।
कंधवी ने कहा कि यह कीड़ा तेजी से एशियाई देशों में अपना पांव पसार रहा है। इससे निपटने के लिए सभी देशों को ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि उन देशों से सीखने की भी जरूरत है जिन देशों में इस कीड़े से निपटने के लिए उपाय किए गए हैं। कंधवी ने कहा कि यह कीड़ा भारत में वर्ष 2018 जुलाई में देखा गया । उन्होंने कहा कि यूएनएफएओ को इस बात का अंदेशा था कि वो भारत पहुंचने वाला है। इस लिए भारत को पहले ही अलर्ट कर दिया गया था। जिससे भारत सरकार किसानों को जागरुक कर सके।
कंधवी ने कहा कि अब यह कीड़ा म्यानमार, चीन, थाईलैंड, बांग्लादेश, श्रीलंका में तेजी से पांव पसार रहा है। ऐसे यहां की कृषि तबाह हो सकती है। इसके लिए सभी देशों को मिलकर साझा प्रयास कर फसलों को बचाना होगा।
उल्लेखनीय है कि यह कीड़ा मक्का के अलावा यह धान, कपास और गन्ना समेत 180 पादप प्रजातियों को बर्बाद कर सकता है।