एनडीआरएफ ने अपना 17वां स्थापना दिवस मनाया
नई दिल्ली, 21 जनवरी (हि.स.)। आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के 17वें स्थापना दिवस के अवसर पर केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय कार्यक्रम शामिल हुए। इस अवसर पर केन्द्रीय गृह सचिव, एनडीआरएफ के महानिदेशक और बल के वरिष्ठ अधिकारी तथा कर्मी और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि “यह देश उन 13 एनडीआरएफ शहीदों का ऋणी है जिन्होंने आपदा के दौरान लोगों को बचाने के लिए कर्त्तव्य की पंक्ति में सर्वोच्च बलिदान दिया हैं।
आज इस अवसर पर हम एनडीआरएफ परिवार के शहीदों को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।” राय ने कहा कि पिछले दो वर्षों के दौरान कोरोना महामारी ने भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को झकझोर के रख दिया, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्ग दर्शन तथा सभी भारतवासियों के सहयोग से इस महामारी से बड़ी कुशलता से निपटा जा सका है, जिसमें एनडीआरएफ की भी प्रमुख भूमिका रही।
गृह राज्य मंत्री इस दौरान रीजनल रिस्पांस सेंटर (आरआरसीएस) के दो नये कैम्प परिसरों का उदघाटन किया। जिससे बचाव कर्मियों को रहने के लिए बेहतर माहौल मिल सकेगा और वे अपनी कार्यकुशलता में निखार ला सकेंगे।
आगे उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का हमेशा से यह प्रयास रहता है कि आपदाओं के दौरान कार्य करने वाली सभी एजेंसियों में एक बेहतर सामंजस्य स्थापित कर सकें ताकि आपदा के दौरान होने वाली क्षति को कम से कम किया जा सके।
उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि प्रभावी आपदा राहत कार्यों के अलावा एनडीआरएफ आपदा जोखिम न्यूनीकरण के क्षेत्र में आपसी सहयोग के लिए सीमाओं से परे भी काम कर रहा है और इस क्षेत्र में कई अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों का सफलतापूर्वक आयोजन कर चुका है। जिसमें सार्क सदस्य देशों, एससीओ सदस्य देशों तथा बिमिस्टेक सदस्य देशों के साथ अभ्यास प्रमुख हैं। इसके अलावा पिछले वर्ष सभी राज्यों के एसडीआरएफ और होम गार्ड के साथ एक बेहतर समन्वय तथा इन संस्थाओं को और मजबूत करने के लिए एक दिवसीय कांफ्रेंस का आयोजन किया गया।