ऊंचाहार विधानसभा में चुनावी वादों से चढ़ा राजनीतिक पारा
रायबरेली,11फरवरी(हि. स.)।चुनाव में पार्टी,उनके नेता और उम्मीदवार वादे करते हैं,जिनके पूरा होने का इंतजार अगले पांच साल तक वहां की जनता करती है।हालांकि अधिकतर निराशा भी होती है,बहरहाल एक बार फिर वही दौर आया है और वादों और इरादों की बातें शुरू हो गई हैं जिसे जनता को अपनी कसौटी पर कसना है,देखना है कि ये इस पर कितना खरे उतरंगे। हिन्दुस्थान समाचार ने ऊंचाहार विधानसभा के प्रमुख उम्मीदवारों से इसी को लेकर बात की-
सपा उम्मीदवार और वर्तमान विधायक डॉ. मनोज पांडेय तीसरी बार चुनाव जीतने के लिए जनता से कई लुभावने वादे कर रहे हैं। उनका कहना है कि वह सभी को काम और सभी के लिए पक्के घर की व्यवस्था करायेंगे।हर परिवार को राशन मिले, यह उनकी प्राथमिकता रहेगी।पिछले 10 वर्षों के कार्यकाल के बावत उन्होंने कहा कि क्षेत्र के कई विकास के काम उन्होंने कराए हैं। बकुलाही ड्रेन के लिए सपा सरकार में बजट पास हो गया लेकिन सरकार बदलने पर इसे रोक दिया गया।सरकार बनने पर इसे शुरू किया जाएगा।उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र की जनता उनके लिए परिवार का हिस्सा है और वह सभी के सुख दुःख के साथी हैं।
संगठन से आये और पहली बार चुनावी मैदान में उतरे भाजपा उम्मीदवार अमरपाल मौर्य का वादा है कि वह जीतने के बाद ऊंचाहार विकास के मॉडल के रूप में होगा।क्षेत्र में पाॅलीटेक्निक के साथ ही महिला डिग्री कॉलेज खोला जाएगा साथ ही सबके लिए आवास और रोज़गार के किये काम किये जायेंगे।उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता यहां से गुंडों और भूमाफिया को खत्म करने की है जो गरीबों की जमीनों पर कब्जा करते हैं।मौर्य का कहना है योगी और मोदी की सरकार ने सबको घर,राशन और गैस पहुंचाई है।उनकी प्राथमिकता अंत्योदय का विकास है।
ऊंचाहार से कांग्रेस उम्मीदवार अतुल सिंह सोनिया गांधी द्वारा कराए गए विकास कार्यों को गिनाने के अलावा और कई वादे भी कर रहे हैं।अतुल सिंह की पहली प्राथमिकता है हर किसानों के खेत को पानी मिले,पेयजल,बिजली और सड़कों को भी बेहतर बनाने का उनका वादा है।सबसे महत्वपूर्ण वादा उनका गदागंज और गौरा को मिलाकर नगर पंचायत बनाने का है,जो लोगों को लुभा रहा है।उनका कहना है कि यह उनका घर है और यहां सभी अपने हैं।
बहुजन समाज पार्टी की उम्मीदवार अंजली मौर्य युवा हैं और उनका वादा ऊंचाहार को विकास की नई ऊंचाइयों की ओर ले जाने का है।उनका कहना है कि वह पूरे क्षेत्र में हर घर और परिवार तक पहुंच चुकी हैं।लोगों को बसपा शासनकाल में कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि महिला और युवाओं के लिए वह काम करेंगी।बिना किसी भेदभाव के लिए वह इस क्षेत्र की जनता के मूलभूत समस्याओं को हल करेंगी।
उम्मीदवारों के वादों और राजनीतिक दलों के संकल्प पत्रों के बीच चुनावी पारा बढ़ गया है।एक बार फ़िर जनता के लिए सभी को कसौटी पर कसना गया।हालांकि यह इतना आसान भी नही है।चुनावों में कई समीकरण काम करते हैं और आम जनता भी इसी का अहम हिस्सा है।बहरहाल यह तो परिणाम बतायेंगे कि किसके वादों में कितना दम है लेकिन जनता के लिए सभी को परखने का यह एक मौका जरूर है।