उल्फा को फिर बड़ा झटका, तीन कैडरों ने किया आत्मसमर्पण
तिनसुकिया, 15 मई (हि.स.)। असम के प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट आफ असम (उल्फा) स्वाधीन को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है। उसके तीन कैडरों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। उन्होंने उग्रवाद का रास्ता छोड़कर राष्ट्र की मुख्य धारा में शामिल होने का निर्णय लिया है।
पुलिस के अनुसार मंगलवार की रात तिनसुकिया जिले में पुलिस के उच्च अधिकारियों के समक्ष अत्याधुनिक हथियारों के साथ तीन शीर्ष उल्फा कैडरों ने आत्मसमर्पण कर दिया। इनके नाम हैं- बाबुल मोरान उर्फ टाइगर असम, विनंद दाहोतिया उर्फ स्वदेश असम और चंद्रकांत बरगोहाईं उर्फ टिपंग असम।
उल्फा कैडरों ने इस दौरान तिनसुकिया पुलिस को एक एके-81 रायफल, एक एके-56 रायफल, एक इंसास रायफल, दो हैंड ग्रेनेड समेत लगभग 400 जिंदा कारतूस सौंपा है। तीनों कैडर तिनसुकिया के पुलिस अधीक्षक शिलादित्य चेतिया के प्रयासों से प्रभावित होकर उग्रवाद का रास्ता छोड़ने को तैयार हुए हैं और उन्हेांने आत्मसमर्पण कर दिया।
उल्लेखनीय है कि पड़ोसी देश म्यांमार में म्यांमार की सेना द्वारा पूर्वोत्तर के उग्रवादियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के चलते उग्रवादियों को छिपने के लिए जगह नहीं मिल रही है। वे जान बचाने के लिए आत्मसमर्पण करने को मजबूर हो रहे हैं। हालांकि उल्फा का शीर्ष कैडर हर संभव अपने कैडरों को रोकने की कोशिश कर रहा है। कैंप छोड़कर भागने वाले कैडरों को मौत की सजा भी दी जा रही है। इसके बावजूद आत्मसमर्ण करने वाले कैडरों का सिलसिला जारी है।