उदयपुर कलेक्टर का मिशन कोटड़ा: गोगरुद पंचायत पहुंचे
उदयपुर, 01 फरवरी (हि.स.)। दक्षिण राजस्थान के दूरस्थ आदिवासी क्षेत्रों में सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने और जरूरतमंद लोगों को राहत देकर विकास की मूल धारा में लाने के लिए शुरू किया गया उदयपुर जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा द्वारा शुरू किया गया ‘मिशन कोटड़ा‘ रंग ला रहा है। खुद कलेक्टर मीणा पिछले तीन दिनों में दूसरी बार मंगलवार को कोटड़ा क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे। आला प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मीणा मंगलवार सुबह गोगरुद पंचायत पहुंचे। कलेक्टर ने इस दौरान ग्रामीणों से संवाद कर सरकार की विभिन्न योजनाओं के मिल रहे लाभ के बारे में जानकारी ली। उन्होंने अनाथ बच्चों के लिए चलाये जा रहे पालनहार सम्बलीकरण अभियान के तहत क्षेत्र के अब तक चिन्हित 700 बच्चों की स्थिति और इनको पालनहार योजना का लाभ दिलाने के निर्देश दिए।
दरअसल इस अभियान के तहत आदिवासी इलाकों में रहने वाले अनाथ बच्चों का चिह्नीकरण होगा। उन्हें राज्य सरकार की से चलाई जा रही योजनाओं से जोड़कर प्रतिमाह सहायता राशि भी दी जाएगी। कलेक्टर ने यह व्यवस्था की है कि जब तक बच्चों या उनके पालनहार तक यह राशि न पहुंचे तब तक उनको व उनके परिवार तक प्रशासन की तरफ से सुपोषण राशन किट उपलब्ध कराया जाएगा। इसके बाद अनाथ बच्चों की ट्रेकिंग करते हुए उनके वयस्क होने तक सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाते हुए शिक्षण-प्रशिक्षण के माध्यम से उनका करियर बनाया जायेगा।
ग्राम पंचायत गोगरुद परिसर में लगाये गए एक विशेष शिविर में मौजूद ग्रामीणों को एसडीएम नीलम लखारा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक मान्धाता सिंह, शिक्षा विभाग के सीडीईओ ओमप्रकाश आमेटा, आईटी उपनिदेशक शीतल अग्रवाल, डीएसओ ग्रामीण बिजल सुराणा, सीडीपीओ समेत कई अधिकारी दौरे के साथ मौजूद है। इन अधिकारियों ने ग्रामीणों को विभागीय और पालनहार योजनाओं में लाभ पाने की प्रक्रिया की जानकारी दी।
कलेक्टर ने इस मौके पर अपने संबोधन में कहा कि क्षेत्र के हर अनाथ व पालनहार को सरकारी योजना का लाभ मिले और अनाथ बच्चों को अपना भविष्य बनाने के लिए उचित वातावरण मिले इसके लिए हर सरकारी अधिकारी कर्मचारी प्रयास करेंगे उन्होंने प्रशासन के इस मिशन में लापरवाही करने वाले किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शने की हिदायत भी दी । उन्होंने कहा कि अनाथ और जरूरतमंद की सहायता करने से बड़ा कोई भी धर्म या पुण्य नहीं है। उन्होंने अनाथ बच्चों की मदद के लिए चलाए जाने वाले इस अभियान को सफल बनाने की दृष्टि से सबको एकजुट होकर सहयोग करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर चिह्नित 5 बच्चों के पालनहार को वागड़ अंचल की ख्याति प्राप्त मॉडल डॉ दिव्यानी कटारा की तरफ से सुपोषण आहार किट का वितरण भी किया। इस दौरान स्वयं डॉ दिव्यानी मौजूद रही और और अन्य महिला अधिकारियों के साथ राशन किट का वितरण किया। इससे पूर्व मंगलवार को कलेक्टर मीणा के कोटड़ा दौरे में दिव्यानी भी मौजूद रही और उन्होंने मिशन कोटड़ा से जुड़कर इन बच्चों और यहां की बच्चियों को प्रेरित करने के लिए हर संभव सहयोग देने की बात कही। दिव्यानी ने वागड़ी बोली में ग्रामीणों को संबोधित किया और सभी अनाथ बच्चों को सहयोग देने और उनकी शिक्षा की व्यवस्था करने का आह्वान किया।