इस साल महिला प्रधान फिल्में मचाएंगी तहलका
मुंबई, 03 जनवरी (हि.स.)। हजारों भारतीय महिलाओं ने अपने कर्म, व्यवहार और बलिदान से विश्व में आदर्श प्रस्तुत किया है। 2019 में रिलीज होने वाली बायोपिक्स में एक प्रमुख भाग महिलाओं पर आधारित बायोपिक्स का होगा।
पिछले साल से बॉलीवुड में बायोपिक फिल्मों का क्रेज काफी तेजी से बढ़ा है। रहस्य, रोमांच, इमोशन और संघर्ष से भरी इन बायोपिक्स को लोग बहुत पसंद कर रहे हैं। नए साल की शुरुआत में फैंस को कुछ अद्भुत बायोपिक्स देखने को मिलेंगी जिसमें महिलाओं का दबदबा होगा। फिर चाहे वह झांसी की रानी लक्ष्मी बाई की फिल्म हो या एसिड अटैक से जान बचाने वाली लक्ष्मी अग्रवाल या फिर बैडमिंटन विजेता साइना नेहवाल पर बनी एक स्पोर्ट्स बायोपिक। यह साल इन बहादुर महिलाओं का ही है जिनकी कहानियां सुनाई जानी बाकी हैं।
‘मणिकर्णिका : द क्वीन ऑफ झांसी’: फिल्म मणिकर्णिका में कंगना रनौत झांसी की रानी की भूमिका निभा रही हैं। इस फिल्म में कंगना ने निर्देशन भी किया है। यह फिल्म इसी साल 25 जनवरी को रिलीज होगी। रानी लक्ष्मीबाई पहली महिला योद्धा रानी थीं, जिन्होंने अपने युग में अंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया था।
‘छपाक’ : इस फिल्म में दीपिका पादुकोण ने अहम भूमिका निभाई है। इसमें वह एक बहादुर महिला लक्ष्मी अग्रवाल बनी हुई हैं जो एक एसिड अटैक सर्वाइवर हैं। यह फिल्म एसिड अटैक पीड़ितों के अधिकारों पर आधारित है। फिल्म का निर्देशन मेघना गुलजार कर रही हैं।
‘साइना नेहवाल’ : फिल्मकार अमोल गुप्ते के निर्देशन और भूषण कुमार के प्रोडक्शन में बन रही यह फिल्म श्रद्धा कपूर के फिल्मी करियर के लिए मील का पत्थर साबित हो सकती है। साइना नेहवाल भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। वर्तमान में वह दुनिया की शीर्ष वरीयता प्राप्त महिला बैडमिंटन खिलाड़ी हैं तथा इस मुकाम तक पहुंचने वाली प्रथम भारतीय महिला हैं।
‘शकीला’ : इंद्रजीत लंकेश निर्देशित ‘शकीला’ में एक्ट्रेस ऋचा चढ्ढा ने मुख्य भूमिका निभाई है। यह बायोपिक 90 के दशक की एडल्ट फिल्म स्टार शकीला की असल जिंदगी की कहानी पर आधारित है। शकीला ने अपने करियर के शुरुआत में पहले तो छोटे रोल किए और फिर बाद में बड़ी सुपरस्टार बन गईं।
‘वुमनिया’ : अनुराग कश्यप के निर्देशिन में बन रही बायोपिक ‘वुमनिया’ में तापसी पन्नू नजर आएंगी। उनकी नई फिल्म में वह एक शूटर की भूमिका में होंगी। यह फिल्म भारत की दो बुजुर्ग महिला शूटर चंद्रो तोमर और उनकी देवरानी प्रकाशी तोमर की जिंदगी से प्रेरित है। यह बायोपिक फरवरी तक रिलीज हो सकती है।