आधी रात आयो कन्हाई, मथुरा में घर-घर बाजी बधाई
रात्रि में घड़ी की सुईयां जैसे ही 12 पर पहुंचीं भगवान श्री कृष्ण का प्राकट्य हो गया। उत्तर प्रदेश के मठ, मंदिरों, पुलिस थानों और जेलों से लेकर गांवों तक नटवर नागर नंदा भजो रे मन गोविंदा, नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की जैसे उद्घोष गूंजने लगे। कृष्ण नगरी मथुरा में तो घर-घर बधाई बजने लगी।
भागवत पुराण के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म ईसा पूर्व 3226वीं सदी में भाद्रपद मास की अष्टमी की मध्य रात्रि में मथुरा के राजा कंस के कारागार में बंद वासुदेव की पत्नी देवकी के गर्भ से हुआ था। इस तरह करीब 5244 वर्ष पूर्व द्वापर युग में देवकी-वसुदेव के पुत्र रूप में ब्रज में अवतरित होने वाले भगवान श्रीकृष्ण ने आज भाद्रपद मास की मध्य रात्रि में ही एक बार फिर जन्म लिया। उनके प्रकट होते ही मंदिरों में घण्टे-घड़ियाल बजने लगे। लोग अपने घरों में भी ठाकुर के जन्म पर पंचामृत से अभिषेक कर एक-दूसरे को बधाइयां देने लगे।
मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर आयोजित जन्मोत्सव में रात 12 बजते ही भगवान का प्राकट्योत्सव शुरु हो गया । इसके बाद 12.30 बजे तक जन्माभिषेक फिर 12.40 से 12.50 तक श्रृंगार आरती हुई ।
इसी प्रकार द्वारिकाधीश, बांकेबिहारी मंदिर समेत मथुरा वृंदावन के सभी मंदिरों में अभिषेक किया गया। परंपरा के अनुसार सुबह श्रद्धालुओं का प्रवाह गोकुल और महावन की ओर हो जाएगा। सुबह से ब्रज के तकरीबन सभी मंदिरों में नन्दोत्सव मनाया जा रहा है ।
राजधानी लखनऊ के पुलिस लाइन में आयोजित श्रीकृष्ण जन्मोत्सव कार्यक्रम में प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी भाग लिया। दोनों लोगों में प्रदेश वासियों को जन्माष्टमी की बधाई भी दी।
श्रीकृष्ण कर जन्मोत्सव यद्यपि आज पूरे प्रदेश में मनाया गया। लेकिन आकर्षण का मुख्य केंद्र मथुरा ही रहा। मथुरा कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर आज वहां उमड़ी भीड़ ने पिछले कई साल के रिकार्ड तोड़ दिये। पूरे कृष्ण नगरी में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। श्रीकृष्ण जन्मस्थली पर तो शाम करीब सात बजे तक ही 20 लाख लोग पहुंच चुके थे।
भगवान राम की नगरी अयोध्या भी आज कृष्णमय नजर आयी। पूरे नगर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई गई। इसके अलावा आगरा, वाराणसी, इलाहाबाद, मेरठ, बरेली और कानपुर में भी भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव बड़े उत्साह के साथ मनाया गया।