आतंकी पाकिस्तान और आतंकवाद के शिकार भारत को एक तराजू में तौल रहे हैं मनमोहन: जेटली
नई दिल्ली, 03 मार्च (हि.स.)। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पूर्व प्रधानमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ मनमोहन सिंह की तीखी आलोचना करते हुए कहा है कि डॉ सिंह आतंकवाद को फैलाने वाले पाकिस्तान और आतंकवाद के शिकार भारत को एक ही तराजू में तौल रहे हैं।
जेटली ने बालाकोट आतंकी शिविर पर भारतीय वायुसेना की कार्रवाई और बाद के घटनाक्रम पर लिखे गए अपने फेसबुक पोस्ट में पूर्व प्रधानमंत्री के साथ ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और विपक्षी नेताओं को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने राष्ट्रीय हितों की अनदेखी करते हुए ऐसे बयान दिए जिनका उपयोग पाकिस्तान ने ट्रंप कार्ड के रूप में किया।
वित्तमंत्री ने खासकर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ सिंह को अपनी आलोचना का निशाना बनाते हुए कहा कि वह भारत के हितों को लेकर चिंतित होने की बजाय किनारे खड़े एक तटस्थ व्यक्ति के रूप में बयानबाजी कर रहे हैं। जेटली के अनुसार, ऐसा लगता है कि पूर्व प्रधानमंत्री के लिए आतंकवादी हिंसा फैलाने वाला पाकिस्तान और आतंकवाद का शिकार भारत एक जैसे हैं। डॉ सिंह ने अपने बयान में आतंकवाद की निंदा में एक शब्द भी नहीं बोला और अपनी संप्रभुता की रक्षा करने के भारत के अधिकार पर भी सवालिया निशान लगाया।
उल्लेखनीय है कि पूर्व प्रधानमंत्री ने एक कार्यक्रम में हाल की घटना के संदर्भ में कहा था कि भारत-पाकिस्तान परस्पर विध्वंस के पागलपन के शिकार हैं। पूर्व प्रधानमंत्री ने यह भी दलील दी कि दोनों देशों को गरीबी, अज्ञानता और बिमारी की मुख्य समस्याओं से लड़ना चाहिए।
जेटली ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री का यह बयान बहुत आपत्तिजनक है। इस बयान से ऐसा लगता है मानो डॉ सिंह को हिंसा और आतंकवाद को लेकर कोई चिंता नहीं है।
वित्तमंत्री ने ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने बालाकोट में भारतीय वायुसेना की कार्रवाई के बारे में सबूत मांगे हैं। वह सरकार और वायुसेना के कथन पर विश्वास नहीं कर रही हैं तथा कार्रवाई का पूरा ब्योरा जानना चाहती हैं।
जेटली ने 21 विपक्षी दलों की बैठक के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य की आलोचना करते हुए कहा कि इन दलों ने पाकिस्तान को भारत विरोधी दुष्प्रचार करने का मसाला मुहैया कराया।
सरकार ने विपक्षी दलों के नेताओं से संपर्क कर दो अवसरों पर उन्हें विश्वास में लिया। इसके बावजूद, विपक्षी दल यह आरोप लगा रहे हैं कि सरकार मामले का राजनीतिकरण कर रही है। उन्होंने कहा कि यह आरोप बेबुनियाद है।
वित्तमंत्री ने कहा कि विपक्षी दलों के गैरजिम्मेदाराना रवैये का पाकिस्तान फायदा उठा रहा है। उन्होंने इन दलों को सलाह दी कि वह राष्ट्रहित को देखते हुए अपने रवैये में सुधार करें। विपक्ष को सरकार का विरोध करने और सवाल पूछने का अधिकार है लेकिन उसे कोई ऐसा काम नहीं करना चाहिए, जिससे देश का नुकसान हो।