आईबीएसए की बैठक में सुषमा स्वराज, चर्चा में आए महत्वपूर्ण मुद्दे
नई दिल्ली/ प्रिटोरिया, 05 जून (हि.स.)। दक्षिण अफ्रीका में हुई ब्रिक्स देशों की विदेश मंत्रिस्तर की बैठक के बाद आईबीएसए (भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका) के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई, जिसमें भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने किया। इस महत्वपूर्ण बैठक में दक्षिण गोलार्ध की राजनीति, ब्लू इकॉनामी, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में स्थायी सदस्यता, सामरिक मुद्दों पर आपसी सहयोग, समेकित विकास जैसे मुद्दों पर बात हुई। विश्व राजनायिक परिदृश्य में भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका की तिकड़ी बहुत मायने रखती है। दक्षिण अफ्रीका के प्रिटोरिया शहर में हुई इस बैठक में तीनों देशों के विदेश मंत्री, भारत की सुषमा स्वराज, ब्राजील के विदेश उप-मंत्री मॉर्कोस और दक्षिण अफ्रीका की विदेश मंत्री लिंडिवे सीसुलू ने हिस्सा लिया। तीनों नेताओं ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में सुधारों को लेकर एकमत होने और पुरजोर प्रयास करने की आवश्यकता पर बात की। बता दें कि दुनिया में एशिया महाद्वीप से भारत, अफ्रीका महाद्वीप से द. अफ्रीका और दक्षिण अमेरिकी महाद्वीप से ब्राजील स्थायी सदस्यता के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र के 193 देशों में से केवल पांच देश, यूएस, यूके, चीन, रूस और फ्रांस को अभी तक स्थायी सदस्यता प्राप्त है। यूएन के स्थायी सदस्य देश को कई विशेषाधिकार मिले हैं, जैसे स्थायी सदस्य किसी मुद्दे पर वीटो कर सकता है। भारत के मामले में कई बार रूस ने भारत के पक्ष में वीटो किया है, वहीं चीन और अमेरिका ने पाकिस्तान के पक्ष में। इसी तरह तीनों दुनिया के सबसे तेजी से आर्थिक विकास की ओर बढ़ते विकासशील अर्थव्यवस्था वाले देश हैं। तीनों ही देश समुद्र तट से जुड़े हैं| इसीलिए इस बैठक में ब्लू इकॉनामी यानि समुद्र से जुड़ी आर्थिक गतिविधियों पर बात हुई। तीनों ही देश दक्षिण गोलार्ध के प्रभावशील एवं तेजी से विकसित होते देश हैं। ऐसे में तीनों देश का ये संगठन दक्षिणी गोलार्ध की वैश्विक रणनीति में खासा प्रभाव रखता है।