आईएनएस सुदर्शनी ने खाड़ी देशों की मित्र नौसेनाओं से और मजबूत की ‘दोस्ती’

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भारतीय नौसेना के जलपोत ने खाड़ी देशों की मित्र नौसेनाओं के साथ किये समुद्री अभ्यास

– ओमान, दुबई और ईरान की नौसेनाओं के साथ भारतीय अफसरों ने की पेशेवराना बातचीत

नई दिल्ली, 27 दिसम्बर (हि.स.)। खाड़ी देशों की मित्र नौसेनाओं के साथ ‘ब्रिज ऑफ फ्रेंडशिप’ को मजबूत करने के लिए तैनात किये गए भारतीय नौसेना के जलपोत आईएनएस सुदर्शनी का दौरा पूरा हो गया है। इस दौरान ओमान, दुबई और ईरान की नौसेनाओं के साथ पेशेवराना बातचीत की। जहाज ने स्वदेशी पोत निर्माण की क्षमता का प्रदर्शन करके खाड़ी देशों के साथ भारत के ऐतिहासिक सम्बंधों को याद किया। शाही ओमान नौसेना और ईरानी नौसेना के प्रशिक्षुओं को नौवहन प्रशिक्षण देने के साथ ही समुद्री अभ्यास भी किये गए।

खाड़ी देशों की यात्रा के दौरान भारतीय नौसेना के सेल ट्रेनिंग शिप आईएनएस सुदर्शिनी ने पहले चरण में तीन दिवसीय ऑपरेशनल टर्न राउंड (ओटीआर) के लिए 5-8 दिसंबर तक पोर्ट सुल्तान काबूस, मस्कट, ओमान का दौरा किया। दूसरे चरण में 15 दिसम्बर को भारतीय नौसेना का जहाज पोर्ट राशिद, दुबई (यूएई) में पहुंचा था। दुबई में प्रवास के दौरान यह जहाज यूएई नौसेना कर्मियों के साथ पेशेवर और प्रशिक्षण पहलुओं के आदान-प्रदान में सक्रिय रूप से शामिल हुआ। तीसरे चरण में 23 दिसम्बर को जहाज ईरान के पोर्ट शाहिद बहोनार, बंदर अब्बास पर पहुंचा। ईरानी नौसेना के जहाज आईआरआईएस जेरेह ने पोर्ट शाहिद बहोनार, बंदर अब्बास पर अगवानी की। जेट्टी पर आईआरआई नौसेना के बैंड ने भारतीय जहाज का गर्मजोशी से स्वागत किया। प्रवास के दौरान जहाज ने तीनों देशों के नौसेना कर्मियों को नौवहन प्रशिक्षण दिए।

नौवहन प्रशिक्षण जलपोत आईएनएस सुदर्शनी को क्षेत्र में मित्र नौसेनाओं के साथ समुद्री सहयोग बढ़ाने के लिए भारतीय नौसेना की कोशिशों के एक हिस्से के रूप में खाड़ी में तैनात किया गया था। एक माह की तैनाती के दौरान जहाज ने मस्कट, दुबई और बंदर अब्बास में बंदरगाहों पर लंगर डालकर शाही ओमान नौसेना, संयुक्त अरब अमीरात की नौसेना तथा ईरान की नौसेना के साथ पेशेवराना बातचीत की। गोवा शिपयार्ड लिमिटेड में बनाये गये जहाज ने स्वदेशी पोत निर्माण की क्षमता का प्रदर्शन किया और खाड़ी देशों के साथ भारत के ऐतिहासिक सम्बंधों को याद किया। तैनाती के दौरान जलपोत ने विभिन्न अभ्यास भी किये। साथ ही शाही ओमान नौसेना और ईरानी नौसेना के प्रशिक्षुओं को नौवहन प्रशिक्षण दिया।

बंदरगाह में लंगर डालने के समय भारतीय जनसमुदाय और उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडलों ने जलपोत का दौरा किया। आईएनएस सुदर्शनी के अधिकारियों ने नौसेना प्रतिष्ठानों तथा जहाजों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने उत्कृष्ट कार्यप्रणाली के अनुभवों को साझा किया। कमांडिंग अफसर ने हर बंदरगाह के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की तथा द्विपक्षीय प्रशिक्षण सहयोग, नौवहन प्रशिक्षण तथा आपसी हितों के अन्य क्षेत्रों पर चर्चा की। जलपोत ने शाही ओमान नौसेना और ईरानी नौसेना के साथ जलसेनाओं के बीच आपसी परिचालन-संचालन को बढ़ाने के लिए द्विपक्षीय समुद्री साझेदारी अभ्यासों में भी हिस्सा लिया।


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