(अपडेट) धर्मगुरु दलाई लामा से मिले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत
– मैक्लोड़गंज में दोनों के बीच तिब्बत मसले और अन्य मुद्दों पर करीब एक घंटे तक चली मंत्रणा
धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश) , 20 दिसंबर (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत अपने हिमाचल प्रदेश प्रवास के आखिरी दिन सोमवार सुबह तिब्बती धर्मगुरु और आध्यात्मिक नेता दलाई लामा से मिले। संघ प्रमुख से तिब्बती धर्मगुरु की मुलाकात मैक्लोड़गंज में हुई। दलाई लामा के आवास पर सुबह करीब 9 बजे से 10 बजे तक दोनों के बीच तिब्बत मसले और अन्य मुद्दों पर मंत्रणा हुई।इसके बाद निर्वासित तिब्बती सरकार के प्रधानमंत्री पेंपा सेरिंग और उनके मंत्रिमंडल और निर्वासित तिब्बती संसद के अध्यक्ष सोनम टेम्फल ने भी संघ प्रमुख डॉ. भागवत से मुलाकात की।
डॉ. भागवत और दलाई लामा के बीच बंद कमरे में मुलाकात हुई। इसके बाद संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत दिल्ली रवाना हुए। बताया जा रहा है कि दोनों प्रबुद्ध जनों के बीच विश्व शांति, कोरोना सहित तिब्बत के मुद्दों पर चर्चा हुई। दोनों प्रमुख हस्तियों की इस मुलाकात को विश्व शांति, जन कल्याण और तिब्बत मसले को लेकर महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
दलाई लामा ने कोविड काल के बाद अनुयायियों और बौद्ध भिक्षुओं से इसी माह मिलना शुरू किया है। इस मुलाकात के बाद आरएसएस के नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि डॉ. मोहन भागवत और धर्म गुरु दलाईलामा के बीच बहुत सारे विषयों पर चर्चा हुई है। चर्चा के दौरान दलाई लामा ने कहा कि यह समय विश्व में शांति स्थापित करने का है। पूरे विश्व और भारत को यह जानना और मानना होगा। दुनिया में विस्तारवाद को रुकना होगा और स्वतंत्रता का सम्मान किया जाना चाहिए।
संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने दलाई लामा से बातचीत में कहा कि भारतीय संस्कृति सबको साथ लेकर चलती है। धार्मिक सद्भाव का विश्व में भारत सर्वोत्तम मॉडल है। आसपास के सारे देश हमारे भाई हैं और तिब्बत हमारा भाई देश है। इसलिए हम तिब्बत के हर सुख-दुख में साथ रहे हैं और रहेंगे।
तिब्बती प्रधानमंत्री पेंपा सेरिंग ने मीडिया को जानकारी दी कि कोरोना काल के बाद 15 दिसंबर से दलाई लामा ने जनता से मिलना शुरू किया है। सबसे पहले उन्हें मिलने का मौका मिला। संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने सोमवार को धर्मगुरु दलाई लामा से मुलाकत की। दोनों हस्तियों के बीच तिब्बत समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई।