अक्टूबर में जीएसटी से 1 लाख करोड़ से ज्यादा की राजस्व प्राप्ति
नई दिल्ली, (हि.स.)। वस्तु एवं सेवा कर के माध्यम से अक्टूबर माह में सरकार को 1 लाख करोड़ से अधिक की आमदनी हुई है। इस वित्त वर्ष के दौरान यह एक बड़ी बढ़ोत्तरी मानी जा रही है। इससे पहले राजस्व में महीने दर महीने कमी आ रही थी। इससे पहले अप्रैल माह के लिए 1 लाख करोड़ के अधिक की राजस्व प्राप्ति दर्ज की गई थी।
केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा है कि ऐसा दर कम करने, कर चोरी में कमी आने, कारोबार नियमित होने और कर अधिकारियों के किसी तरक्षेप न करने के चलते हुआ है।
वित्त मंत्रालय के अनुसार इस साल अक्टूबर में एकत्रित राजस्व 100,710 करोड़ रुपये है। यह सितंबर के 94,442 करोड़ रुपये के मुकाबले 6.64 फीसदी बढ़ा है। इसमें सीजीएसटी 16,464 करोड़, एसजीएसटी 22,826 करोड़ और आईजीएसटी 53,419 करोड़ रुपये (आयात से 26,908 करोड़ रुपये) और सेस 8,000 करोड़ (आयात से 955 करोड़ रुपये सहित) प्राप्त हुआ है।
एकत्रित कुल करों में केरल (44 प्रतिशत), झारखंड (20 प्रतिशत), राजस्थान (14 प्रतिशत), उत्तराखंड (13 प्रतिशत) और महाराष्ट्र (11 प्रतिशत) राज्य ने अतिरिक्त वृद्धि हासिल की है। 31 अक्टूबर 2018 तक सितंबर के महीने के लिए दायर जीएसटी 3 बी रिटर्न्स की कुल संख्या 67.45 लाख है।
मंत्रालय के अनुसार अक्टूबर के महीने में नियमित और अस्थायी निपटारे के बाद केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा अर्जित कुल राजस्व सीजीएसटी के लिए 48,954 करोड़ रुपये और एसजीएसटी के लिए 52,934 करोड़ रुपये है।
सरकार ने नियमित रूप से आईजीएसटी से एसजीएसटी को 17,490 करोड़ रुपये और एसजीएसटी को 15,107 करोड़ रुपये का निपटारा किया है। इसके अलावा केंद्र और राज्यों के बीच 50:50 के अनुपात में अस्थायी आधार पर केन्द्र के साथ उपलब्ध शेष आईजीएसटी से 30 हजार करोड़ रुपये का निपटारा किया गया है।