हमारे लिए विशेष विश्व कप जीतना , मैं इसे शब्दों में नहीं लिख सकता: युवराज सिंह

0

नई दिल्ली, 02 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय क्रिकेट टीम ने 10 साल पहले आज ही के दिन 02 अप्रैल 2011 को विश्व कप जीता था। भारतीय टीम को विश्व कप दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी युवराज सिंह ने कहा कि यह उपलब्धि हासिल करना विशेष था और वह इस खुशी को शब्दों में बयान नहीं कर सकते।
युवराज ने विश्व कप जीतने के 10 साल पूरे होने पर अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर किए गए एक वीडियो में कहा, “10 साल हो गए जब हमने आखिरी विश्व कप जीता था। समय इतनी जल्दी निकल गया है। पूरी टीम विशेष रूप से सचिन के लिए यह विश्व कप जीतना चाहती थी क्योंकि हम जानते थे कि यह उनका आखिरी वर्ल्डकप था। भारत में जो पहले कभी नहीं किया गया था। यह वास्तव में हमारे लिए विशेष था, मैं इसे शब्दों में नहीं लिख सकता क्योंकि उन भावनाओं को व्यक्त नहीं किया जा सकता है। विशेष रूप से एमएस धोनी और गौतम गंभीर ने फाइनल में शानदार पारी खेली। पूरे टूर्नामेंट में गंभीर, वीरेंद्र सहवाग ने सचिन के साथ कुछ बेहतरीन ओपनिंग पार्टनरशिप की।”
बता दें कि इस विश्व कप में, युवराज ने 362 रन बनाए थे और 15 विकेट भी अपने नाम किए थे। उन्हें इस प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द सीरीज का एवार्ड भी दिया गया था। टूर्नामेंट के बाद, युवराज को कैंसर का पता चला था मगर वर्ल्डकप के दौरान तबियत खराब होने के बावजूद युवी ने भारत को मैच जिताए थे।
गौरतलब है कि 2011 क्रिकेट विश्व कप का फाइनल श्रीलंका और भारत के बीच वानखेड़े स्टेडियम, मुंबई में 2 अप्रैल 2011 को खेला गया था। श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। श्रीलंकाई टीम 50 ओवर में 6 विकेट पर 274 रन बनाए। श्रीलंका की तरफ से माहेला जयवर्धने ने शतक लगाया। भारत को जीतने के लिए 275 रन का लक्ष्य मिला।
भारत की शुरुआत भी खास नहीं रही। दोनों सलामी बल्लेबाज सहवाग और सचिन मलिंगा का शिकार हो गए। लेकिन विराट और गंभीर ने शतकीय साझेदारी से पारी को संभाला। विराट के आउट होने के बाद कप्तान धोनी ने खुद को प्रमोट करते हुए ऊपर बल्लेबाजी करने आए। इसके बाद युवराज सिंह ने कैप्टन कूल का साथ मैच के अंत तक देकर इंडिया को विजय दिलाई। धोनी ने छक्का मार टीम को बनाया चैंपियन।

 


प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *