लखनऊ, 31 दिसम्बर (हि.स.)। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले प्रदेश के टाॅप-10 (आईएएस-आईपीएस) युवक-युवतियों के घरों तक सड़कें बनायी व सुदृढ़ीकृत करायी जायेगी।
उन्होंने कहा कि इससे जहां आवागमन की बेहतर सुविधा उपलब्ध होगी, वहीं उनकी प्रतिभा का सम्मान भी होगा। यही नहीं, वहां के छात्र-छात्राओं में आईएएस परीक्षा में प्रतिभाग करने व सफलता प्राप्त करने के लिये एक नयी ऊर्जा का संचार होगा। उन्होंने कहा कि जहां सड़कें बनायी जायेंगी, सम्बन्धित युवक-युवती का सारा विवरण दर्शाते हुये, बड़ा बोर्ड लगाया जायेगा ताकि अन्य छात्र-छात्राओं को इससे प्रेरणा मिल सके।
केशव प्रसाद मौर्य ने गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर लोक निर्माण विभाग की आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये कि जो बजट आवंटित किया गया है, उसका समय से सदुपयोग किया जाना हर हाल में सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल विकास निधि व बुन्देलखण्ड विकास निधि के कार्य तेजी से कराये जाएं उन्होंने निर्देश दिये कि जोन, सर्किल व खण्डवार व्यय की गयी धनराशि की रैंकिंग करायी जाय और जिन तीन जोनों, सर्किलों व खण्डों में व्यय में लापरवाही की गयी हो, उनसे सम्बन्धित अधिकारियों, कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाय।
उपमुख्यमंत्री मौर्य ने कहा कि अवर अभियन्ताओं की भी इसमें जवाबदेही तय की जाए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिये कि जो भी बजट आवंटित किया गया है, उसका शत-प्रतिशत व्यय किया जाना सुनिश्चित किया जाय। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि 250 की आबादी के जो गांव किसी भी योजना से सड़कों से संतृप्त हो गये हैं, उनको फिल्टर किया जाय और वास्तविक बचे असेवित गांवों को संतृप्त किया जाय।
उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि कार्यों में गुणवत्ता व सिस्टम को मैनेज करने तथा नई व आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल सही ढंग से कराने के उद्देश्य से प्रदेश में एक ट्रेनिंग सेन्टर बनाये जाने का प्रपोजल तैयार किया जाए। लोक निर्माण विभाग के कतिपय कार्यालयों के जर्जर भवनों को सही कराने के भी प्रस्ताव दिये जाएं।