लखनऊ, 24 नवम्बर (हि.स.)। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा के प्लॉट आवंटन घोटाला में जेल जा चुके वरिष्ठ आईएएस अधिकारी राजीव कुमार द्वितीय की अनिवार्य सेवानिवृत्ति प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए प्रदेश सरकार की ओर राजीव कुमार द्वितीय को नोटिस जारी किया है।
भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी राजीव कुमार द्वितीय यूपी कैडर के 1983 बैच के अधिकारी हैं और अप्रैल 2016 से निलंबित चल रहे हैं। वह नोएडा प्लाट आवंटन घोटाले में सजायाफ्ता हैं और उन्होंने सीबीआई कोर्ट में समर्पण किया था। इस मामले में 31 अक्टूबर 2019 को राजीव कुमार को सेवानिवृत्ति का नोटिस देकर अभ्यावेदन मांगा गया है। उनका जवाब मिलने के बाद अब जल्द ही मामले पर निर्णय लेकर प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। नोएडा प्लॉट आवंटन घोटाले के मामले में प्राधिकरण की पूर्व चेयरमैन और पूर्व वरिष्ठ आईएएस अधिकारी नीरा यादव पहले ही सरेंडर कर जेल जा चुकी हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘ऑपरेशन क्लीन’ के तहत भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री ने 200 अफसरों को जबरन रिटायरमेंट दिया जबकि 400 अफसरों, कर्मचारियों पर निलंबन, डिमोशन जैसी बड़ी कार्रवाई की है। सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत ऊर्जा विभाग में 169 अधिकारी, गृह विभाग में 51 अधिकारी, परिवहन विभाग में 37 अधिकारियों व कर्मचारी, राजस्व विभाग में 36 अधिकारियों, बेसिक शिक्षा के 26 अधिकारियों, पीडब्ल्यूडी के 18 अधिकारियों, लेबर डिपार्टमेंट के 16 अधिकारियों, संस्थागत वित्त विभाग के 16 अधिकारी व कर्मचारियों, सात पीपीएस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। ऐसे कई विभागों के अधिकारियों पर सरकार का कोड़ा चला है।