दिसंबर में यस बैंक को 18,564 करोड़ का तगड़ा घाटा, एनपीए भी बढ़ा
नई दिल्ली/मुंबई, 15 मार्च (हि.स.)। संकट के दौर से गुजर रहे यस बैंक को तगड़ा घाटा हुआ है। बैंक ने शनिवार देर शाम दिसम्बर 2019 में खत्म हुई तिमाही में 18,564 करोड़ रुपये का घाटा होने की जानकारी दी। यस बैंक का ये अब तक का सबसे बुरा तिमाही नतीजा है। साथ ही दिसम्बर तिमाही में यस बैंक की गैर-निस्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) बढ़कर 18.87 फीसदी हो गई हैं। पिछली सितंबर तिमाही में यस बैंक का एनपीए 7.39 फीसदी था।
उल्लेखनीय है कि इतने बड़े घाटे की खबर यस बैंक के जमाकर्ताओं और निवेशकों की चिंता और बढ़ा सकती है। हालांकि बैंक के ग्राहकों के लिए अच्छी खबर यह है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की रोक बुधवार, 18 मार्च की शाम छह बजे से हट जाएगी। इसके बाद ग्राहक 50 हजार से ज्यादा की रकम अपने खाते से निकाल सकेंगे। यस बैंक का संचालन फिलहाल रिजर्व बैंक के आदेश पर प्रशांत कुमार के हाथों में है। केंद्रीय मंत्रिमंडल से यस बैंक के पुर्नगठन योजना को भी मंजूरी मिल चुकी है। साथ ही पूर्व एसबीआई सीएफओ प्रशांत कुमार को यस बैंक का प्रशासक नियुक्त किया गया है।