नई दिल्ली, 29 जून (हि.स.)। पूर्व केंद्रीय वित्त व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा की आत्मकथा “रिलेन्टलेस” लोकार्पण के पहले ही चर्चा का केन्द्र बन गई है। लोग आशंका व्यक्त कर रहे हैं कि यशवंत सिन्हा इसमें पता नहीं किन – किन नेताओं की पोल खोलेंगे।
यशवंत सिन्हा की इस आत्मकथा का लोकार्पण 15 जुलाई को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में होगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी होंगे। इस समारोह में अलग –अलग क्षेत्रों के शीर्षस्थ एवं ख्यातिलब्ध लोग शामिल होंगे। लोकार्पण के पहले ही इस किताब की बुकिंग शुरू हो गई है । इसकी कीमत 799 रूपये है, जिसे अमेजन इंडिया 599 रूपये में दे रहा है और इसकी डिलिवरी 18 जुलाई से शुरू होगी।
बिहार में नौकरशाह रहने के दौरान दो मुख्यमंत्रियों तथा केन्द्र में मंत्री रहने के दौरान दो प्रधानमंत्रियों के साथ काम कर चुके यशवंत सिन्हा अपने निर्भिक स्वभाव के कारण हमेशा चर्चा में रहे। जब वह बिहार में नौकरशाह थे तो एक सत्ताधारी नेता ने उनसे कुछ टेढ़ा बोल दिया तो उन्होंने उनसे कहा, “देखिए आप इस जन्म में आईएएस नहीं बन सकते लेकिन मैं मंत्री बन सकता हूं। इसलिए आप अपनी मर्यादा को ध्यान में रखकर बात करें।”
देश हित में जो उचित समझते हैं वह कह देने, सार्वजनिक मंच पर बोल देने और लिख देने के चलते उनसे देश के हुक्मरान ही नहीं घर तक के लोग नाराज हैं। इसके बावजूद 81 वर्षीय यशवंत सिन्हा आज भी “सतत” अपनी बात बिना डरे, बिना दबे कह रहे हैं। उनकी “रिलेन्टलेस” आत्मकथा भी उसी का एक भाग है जिसमें कुछ न कुछ ऐसी बातें निकलकर सामने आयेंगी, जिस पर सत्ता और उसके गलियारों के कई सुनामधन्य चेहरे असलियत उजागर होने पर माथा पीटेंगे। इनमें कइयों की अभी से धुकधुकी बढ़ गई है।