मुश्किलें बढ़ी दो बार ओलंपिक पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाने वाले पहलवान सुशील कुमार की
नई दिल्ली, 06 मई (हि.स.)। देश को दो बार ओलंपिक पदक जीताकर देश का गौरव बढ़ाने वाले पहलवान सुशील कुमार की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। मंगलवार देर रात छत्रसाल स्टेडियम की पार्किंग में पहलवानों के दो गुटों के बीच हुए बवाल में एक पहलवान की मौत के मामले में पुलिस सुशील व उसके साथियों की तलाश कर रही है। सूत्रों का कहना है कि सुशील अपने साथियों के साथ फरार है। पुलिस ने दिल्ली के अलावा हरियाणा में कई जगह उसकी तलाश के लिए दबिश दी। खुद को निर्दोष बताने वाले सुशील का मोबाइल भी लगातार बंद आ रहा है। सूत्रों का कहना है कि सुशील के मिलने जुलने वाले मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सुशील से बातचीत होने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगा। मामले में पुलिस झज्जर निवासी प्रिंस दलाल (24) को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। स्टेडियम से बरामद गाड़ियों में एक कार प्रिंस की बताई जा रही है बाकी सुशील के दोस्तों की बताई जा रही हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक सारा विवाद मॉडल टाउन के एक फ्लैट को लेकर बताया जा रहा है। फ्लैट सुशील पहलवान का बताया जा रहा है। जूनियर नेशनल चैंपियन और उभरता हुआ पहलवान सागर (23) अपने दोस्तों के साथ इस फ्लैट में रह रहा था। फ्लैट के कुछ किराए को लेकर सागर और सुशील की कुछ बात चल रही थी। आरोप है कि मंगलवार देर रात को पांच-छह गाड़ियों में भरकर 20-25 लड़के मॉडल टाउन-2 के फ्लैट में पहुंचे। वहां सागर, उसके दोस्त सोनू, अमित व अन्यों को जबरन उठाकर छत्रसाल स्टेडियम लाया गया। आरोप है कि यहां सभी को लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा गया। इसी दौरान कुछ लड़कों ने हवाई फायरिंग भी की। हमले में सागर, अमित, सोनू बुरी तरह जख्मी हो गए थे। स्टेडियम से से की किसी ने गोली चलने और झगड़े की कॉल की थी। जिसके बाद आरोपी अपनी-अपनी गाड़ियां वहीं छोड़कर फरार हो गए थे।
घटना के बाद सुशील ने सागर व उसके दोस्तों की पिटाई की बात से साफ इंकार किया था। अस्पताल में सागर की मौत हो गई। सोनू और अमित का अभी भी इलाज चल रहा है। सोनू एक गैंगस्टर का करीबी बताया जा रहा है। उस पर हत्या और लूटपाट का मामला भी दर्ज है। मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों का कहना है कि क्राइम टीम और एफएसएल की टीम को मौके से अहम सुराग हाथ लगे थे। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरों से सुराग मिले है। उसके आधार पर ही पुलिस सुशील और उसके साथियों की तलाश कर रही है। हालांकि पुलिस अधिकारी मामले में कुछ भी खुलकर बोलने के लिए तैयार नहीं है, लेकिन माना रहा है कि इस मामले में सुशील की मुकिश्लें बढ़ रही हैं। इसी वजह से सुशील ने खुद को अंडरग्राउंड भी कर लिया है।
सागर के चाचा का आरोप सुशील ने ही की उसकी हत्या
मॉडल डाउन इलाके में पूर्व जूनियर नेशनल चैंपियन सागर (23) की हत्या के मामले में उसके चाचा नरेंद्र ने आरोप लगाया है कि सुशील और उसके साथी पहलवानों ने ही सागर की पीट-पीटकर हत्या की है। नरेंद्र ने बताया कि घायल सोनू ने परिवार को बताया है कि मंगलवार रात को वह सभी मॉडल टाउन के फ्लैट पर मौजूद थे। उसी दौरान वहां पर सुशील व बाकी लड़के पहुंचे। सभी सागर, सोनू, अमित व बाकी को जबरन उठाकर ले गए। छत्रसाल स्टेडियम में लात, घूंसों, डंडों से बुरी तरह पीटा गया। इसके बाद आरोपी फरार हो गए। नरेंद्र ने बताया कि सागर अभी अविवाहित था। इन दिनों वह दिलों जान से ओलंपिक की तैयारी में लगा हुआ था।
उसका सपना था कि वह देश के लिए पदक लेकर आए। चाचा ने बताया कि परिवार मूलरूप से गांव बखेता, रोहतक, हरियाणा का रहने वाला है। सागर के पिता अशोक कुमार दिल्ली पुलिस में हवलदार हैं। फिलहाल उनकी तैनाती डीसीपी ऑफिस रोहिणी में है। सागर का एक छोटा भाई और है। इसका परिवार फिलहाल सोनीपत हरियाणा में रह रहा था। सागर तैयार करने की वजह से दिल्ली के मॉडल टाउन में रहने लगा था। नरेंद्र ने बताया कि चूंकि सागर की हत्या में सुशील पहलवान का हाथ है, इसलिए पुलिस खुलकर कुछ भी कार्रवाई नहीं कर रही। पुलिस मामले को दबाने में लगी है। नरेंद्र का कहना है कि पता नहीं परिवार को इंसाफ मिलेगा भी या नहीं।