थोक महंगाई दर में गिरावट, फरवरी में घटकर 2.26 फीसदी पर
नई दिल्ली, 16 मार्च (हि.स.)। खुदरा महंगाई दर में मामूल गिरावट के बाद थोक महंगाई दर (डब्ल्यूपीआई) के र्मोचे पर भी सरकार के लिए थोड़ी राहत भरी खबर है। फरवरी में थोक महंगाई दर घटकर 2.26 फीसदी पर आ गई है, जबकि जनवरी में थोक महंगाई दर 3.1 फीसदी पर रही थी। गौरतलब है पिछले सप्ताह जारी खुदरा महंगाई दर (सीपीआई) के आंकड़ों के अनुसार देश में फरवरी में खुदरा महंगाई दर 6.58 फीसदी रहा, जबकि खुदरा महंगाई दर जनवरी में 7.59 फीसदी रहा था।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने सोमवार को इससे संबंधित आंकड़े जारी किए हैं, जिसके अनुसार मुख्य रूप से खाने-पीने के सामान के जनवरी के मुकाबले फरवरी में सस्ता होने की वजह से थोक महंगाई दर में यह कमी आई है।
सीएसओ के आंकड़ों के मुताबिक दालों और सब्जियों की महंगाई दर में कमी आने से महंगाई दर में ये गिरावट देखने को मिली है। हालांकि, अंडे और मांस-मछली की महंगाई दर में थोड़ी तेजी फरवरी में देखने को मिली है, जिसका भी मिलाजुला असर थोक महंगाई दर पर देखने को मिला है।
थोक महंगाई दर के आंकड़ों के अनुसार अंडे और मांस-मछली की महंगाई दर 6.73 फीसदी से बढ़कर 6.88 फीसदी पर आ गई है और दालों की महंगाई दर में कमी देखी गई है। हालांकि, आलू की महंगाई दर में कमी देखी गई है और सब्जियों के दाम में कमी का असर खाद्य महंगाई में कटौती के तौर पर देखा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि महंगाई दरों से जुड़े आंकड़े ऐसे समय में आए हैं, जब अगले महीने की शुरुआत में आरबीआई अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति समिति बैठक में प्रमुख नीतिगत दरों की समीक्षा करेगा। गौरतलब है कि फरवरी में आयोजित द्विमासिक बैठक में रिजर्व बैंक ने महंगाई दर को देखते हुए ब्याज दरों कोई भी कटौती नहीं की थी और रेपो रेट को यथावत रखने का निर्णय किया था। दरअसल आरबीआई मौद्रिक नीति तय करते समय महंगाई दर के आंकड़ों पर खासतौर पर गौर करता है।