नई दिल्ली, 04 जून (हि.स.)। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने हाईड्रोक्सीक्लोरोक्वीन पर दोबारा एकजुटता ट्रायल शुरू करने का फैसला किया है। बुधवार को हुई कार्यकारणी की बैठक में यह फैसला लिया गया कि हाईड्रोक्सीक्लोरोक्वीन पर ट्रायल जारी रहना चाहिए।
डब्ल्यूएचओ के फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के महानिदेशक शेखर सी मंडे ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन का यह फैसला जल्दीबाजी में लिया गया था। संगठन को हाईड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा पर किए जा रहे ट्रायल को अस्थाई रूप से रोकने से पहले इसके प्रारंभिक आंकड़ों की समीक्षा करनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कुछ दिन पहले लैंसेट मैगेजीन में छपे लेख का हवाला देते हुए हाईड्रोक्सी क्लोरोक्वीन (एचसीक्यू) दवा पर चल रहे ट्रायल पर रोक लगा दी थी। लैंसेट के मुताबिक एचसीक्यू का कोरोना पर कोई खास असर नहीं है बल्कि इस दवा का गंभीर साइड इफेक्ट है। इसके बाद आईसीएमआर के वैज्ञानिकों ने कहा था कि जिन लोगों को यह दवा विदेशों में दी जा रही है, उसकी खुराक चार गुना ज्यादा है।आईसीएमआर ने इस दवा को सुरक्षित और असरदार बताया और इसे कोरोना से लड़ रहे सभी योद्धाओं को लेने की सलाह दी है।