देश का वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन भोपाल में बनकर तैयार
भोपाल, 09 नवम्बर (हि.स.)। देश का पहला और वर्ल्ड क्लास सुविधाओं वाला हबीबगंज रेलवे स्टेशन राजधानी भोपाल में बनकर तैयार हो गया है। इस रेलवे स्टेशन की खासियत यह है कि यहां यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी ए-वन क्लास की सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी, जिसका उद्घाटन 15 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। उद्घाटन समारोह की तैयारियां भी लगभग पूरी कर ली गई हैं।
भोपाल में हबीबगंज रेलवे स्टेशन को सार्वजनिक निजी साझेदारी यानी पीपीपी मोड के तहत पुर्ननिर्माण कराया गया है, जो देश का पहला और आईएसओ-9001 सर्टिफाइड रेलवे मॉडल स्टेशन है। इस स्टेशन पर वे सारी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी जो वर्ल्ड क्लास एयरपोर्ट पर मिलती हैं। हबीबगंज स्टेशन सोलर एनर्जी से संचालित होगा। यहां 700 यात्री एक साथ बैठकर ट्रेन का इंतजार कर सकते हैं। यहां हर जगह सुरक्षा के कड़े इंतजाम और अलग-अलग जगह डिस्प्ले बोर्ड लगाए गए हैं, जिसमें रेलगाड़ी की आवाजाही की जानकारी मिलती रहेगी।
हबीबगंज रेलवे स्टेशन को इस तरह डिजाइन किया गया है कि यहां जाने और आने वाले यात्रियों का एक-दूसरे से सामना नहीं होगा। यात्री दोनों तरफ मुख्य भवनों से प्रवेश करेंगे और लिफ्ट तथा एस्केलेटर से एयर कॉन्कोर के जरिये प्लेटफॉर्म पर पहुंचेंगे। बाहर से हबीबगंज पहुंचने वाले यात्री ट्रेन से उतरने के बाद अंडरग्राउंड सब-वे से सीधे बाहर निकलेंगे। स्टेशन पर सुरक्षा के नजरिए से 159 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जो कि हर गतिविधि पर पैनी नज़र रखेंगे। साथ ही रेलवे प्लेटफॉर्म तक जाने के लिए यात्री स्टेशन पर एस्केलेटर या लिफ्ट का उपयोग भी कर सकते हैं। स्टेशन पर एसी वेटिंग रूम से लेकर रिटायरिंग रूम और डॉरमेट्री समेत वीआईपी लाउंज भी बनाया गया है। यह स्टेशन भारत की पहली सर्टिफाइड ट्रेन शान-ए-भोपाल एक्सप्रेस का हेडक्वार्टर भी है।
भोपाल डिवीजन के डीआरएम सौरभ बंदोपाध्याय का कहना है कि पुनर्निर्माण किए गए हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर लोगों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के एयरपोर्ट जैसी सुविधा मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि खास बात यह है कि हबीबगंज स्टेशन पर लोग बिना भीड़भाड़ के ट्रेन में अपनी सीट तक पहुंच सकेंगे।
उधर, अधिकारियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन को लेकर मंगलवार को जम्बूरी मैदान पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया। इनमें प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला आयुक्त जनसंपर्क सुदाम खाड़े और जनसंपर्क संचालक आशुतोष प्रताप सिंह भी थे।