दिल्ली महिला आयोग की टीम ने दंगा प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा

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नई दिल्ली, 27 फरवरी (हि.स.)। दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्लू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में दंगा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और सैकड़ों महिलाओं और लड़कियों से मिलकर बातचीत की। डीसीडब्लू ने क्षेत्र की महिलाओं और लड़कियों की मदद के लिये पुलिस से गुहार लगाई और पुलिस की जवाबदेही की मांग की। चांदबाग इलाके की महिलाओं ने अंकित शर्मा की हत्या पर दुख व्यक्त किया।
डीसीडब्लू की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी इस घटना पर दुख जताया। स्वाति और आयोग के सभी सदस्यों ने अल हिंद अस्पताल का दौरा किया जहां दोनों धर्मों से संबंधित कई पीड़ितों का उपचार किया जा रहा था। 90 साल का एक व्यक्ति बहुत गंभीर हालत में वहां लाया गया था। वह 3 दिनों से अपने घर से बाहर नहीं निकल पा रहा था और उस पर दंगाइयों ने घर मे घुसकर हमला कर दिया था। डीसीडब्लू की टीम ने एक एम्बुलेंस की व्यवस्था करवाकर एक बड़े अस्पताल में उसकी तत्काल शिफ्टिंग की व्यवस्था की। इसी क्रम में उन्होंने एक 16 साल के उस लड़के को निजी अस्पताल में शिफ्ट कराया जिसकी गर्दन में गोली लगी थी।
एक साथ खड़े होकर उपद्रवियों को भगाया
डीसीडब्लू की टीम ने भागीरथ विहार का भी का दौरा किया। वहां वो एक ऐसे मोहल्ले में गयी जो एकलौता इलाका था जिसमें दंगे का प्रभाव नहीं हुआ। टीम को पता चला कि दोनों समुदाय एक साथ खड़े हो गए और उपद्रवियों को वहां से भगा दिया। पूरी लेन में पुलिस के अभावग्रस्त रवैये की ओर इशारा किया गया। डीसीडब्ल्यू टीम ने सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने और दूसरों के लिए एक उदाहरण स्थापित करने के उनके प्रयासों के लिए उन सभी को धन्यवाद दिया। डीसीडब्लू ने घोषणा की कि टीम इन लोगों को उनकी बहादुरी के लिए पुरस्कृत करेगी।
गर्भवती महिला को दंगाइयों ने पीटा
डीसीडब्लू ने एक गर्भवती महिला से भी बातचीत की, जिसके घर और दुकान को जला दिया गया था और उसे दंगाइयों ने पीटा भी था। किसी तरह वह एक बच्चे को जन्म देने में कामयाब रही जो आज एक दिन का है। डीसीडब्ल्यू ने उसके बयान पुलिस के समक्ष दर्ज करवाये।
दंगाइयों ने 19 वर्षीय लड़के को जिंदा जलाया
डीसीडब्लू को सूचित किया गया था कि कैसे दंगाइयों ने स्कूल की छत से पेट्रोल बम फेंके और कैसे वे किसी तरह से स्कूलों से बच्चों को बचाने में सफल रहे। डीसीडब्लू की टीम जब उक्त स्थान पर पहुंची तो उन्हें पता चला कि एक 19 वर्षीय लड़के को भीड़ द्वारा मार डाला गया और जिंदा जला दिया गया। इस घटना को कई महिलाओं ने खुद देखा था। डीसीडब्ल्यू की टीम ने उनसे अपने बयान दर्ज करने का अनुरोध किया और उन्हें सख्त कार्रवाई का आश्वासन भी दिया।
सबसे दर्दनाक दिनों में से एक रहा
डीसीडब्लू की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, “यह मेरे और मेरी पूरी टीम के लिए सबसे दर्दनाक दिनों में से एक दिन यह भी रहा। जान और संपत्ति का इतना नुकसान देखकर दिल सेहम गया। महिलाएं और लड़कियां बहुत डर और घबराहट महसूस कर रही हैं। डीसीडब्ल्यू दंगा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करता रहेगा और एक विस्तृत तथ्य खोज रिपोर्ट तैयार करेगा जो दिल्ली और केंद्र सरकार को सौंपी जाएगी”।

 


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