करवाचौथ पर्व को लेकर महलिाओं में काफी उत्साह, बाजारों में महिलाओं ने खरीदारी की शुरू

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कठुआ 20 अक्तूबर (हि.स.)। करवाचौथ के पर्व को लेकर महिलाओं में काफी उत्साह है। अगामी 24 अक्टूबर के दिन महिलाऐं सुबह से ही भूखे पेट रहकर इस पर्व की शुरुआत करेंगी और अपने पति की लम्बी आयु के लिए वृत रखेंगी।

करवाचौथ के पर्व से पूर्व ही बाजारों में महिलाओं ने खरीदारी शुरू कर दी है। बाजार में पूजा के सामान के साथ-साथ फैशन का बाजर भी सज गया है। जिसके चलते बाजारों में रौनक बढ़ने लगी है। चूड़ियों के साथ-साथ महंदी लगाना भी इस पर्व में सुहाग का प्रतीक माना जाता है। खासकर इस पर्व पर बिकने वाली मुख्य चूड़ियों की दुकानों पर महिलाओं ने अपनी पसंद के डिजाइन की चूड़ियों की खरीदारी कर रहीं हैं। करवाचौथ के उपलक्ष्य में महिलाओं की मुख्य खरीदारी चूड़ियां ही होती है। अगर यह कहा जाए कि इस पर्व की परंपरा और पहचान भी चूड़ियों से जुड़ी है तो शायद गलत नहीं होगा। हिंदू संस्कृति में चूड़ियों को सुहाग का प्रतीक माना गया है।

करवाचौथ का त्योहार भी सुहागन महिलाओं के लिए ही है। इसी कारण महिलाओं की करवाचौथ पर खरीदारी में चूड़ियों पर सबसे ज्यादा ध्यान रहता है। परंपरा के चलते त्योहार पर एक दूसरे को महिलाएं बधाई और आदान प्रदान में भी चूड़ियां ही भेंट करती हैं। ऐसे में बाजारों में महिलाओं की करवाचौथ से पूर्व चूड़ियों की खरीदारी कराना स्वाभाविक है। इसी के चलते दुकानदारों ने भी नए-नए डिजाइन और आकर्षक क्वालिटी की चूड़ियों को दुकानों पर सजाया हुआ है। इस साल भी बाजार में महिलाओं की पहली पंसद मेटल की चूड़ियां बनी है। जिनकी कीमत 70 रुपये से लेकर 350 रुपये तक सेट की है। इसके अलावा कांच और प्लास्टिक की चूड़ियां भी उपलब्ध हैं, लेकिन चमक और आकर्षक डिजाइन में मेटल की चूड़ियां ही महिलाओं की पहली पसंद बनी हैं। वहीं दिनभर वृत करने के बाद रात को चांद निकले पर अर्ग देकर इस वृत को संपन्न किया जाता है।


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