चंडीगढ़, 16 जून (हि.स.)। जित दूध-दही का खाणा, कांधे तै कांधा मिला खेत कमाणा यही म्हारा देसी बाणा। जी हां, यह कहावत हरियाणा की महिलाओं के लिए सटीक साबित होती है। प्रदेश में कोरोना का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है, लेकिन महिलाएं कोरोना से कहीं ज्यादा सुरक्षित हैं यानि तंदुरुस्त हैं।
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश में कोरोना संक्रमण की चपेट में पुरुषों की बजाय महिलाओं की संख्या 70 फीसद कम है। लिहाजा इस आंकड़े को देखकर सहजता से अंदाजा लगाया जा सकता है कि महिलाएं कोरोना की लड़ाई में पूरी सशक्त होकर लड़ रही हैं, यानि कामकाज के हिसाब से महिलाएं कहीं ज्यादा मजबूत हैं।
हरियाणा में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 7832 पर पहुंच गया है। यदि आंकड़ों पर नजर डालें तो इनमें से 5363 पुरुष हैं तो 2469 महिलाएं संक्रमित हैं। संक्रमण की चपेट में पुरुषों की प्रतिशतता 68.47 फीसद है तो महिलाएं केवल 31.52 फीसद हैं। लिहाजा इस आंकड़े को देखकर सहजता से अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश की महिलाओं की इम्युनिटी कितनी मजबूत है। खासकर ग्रामीण महिलाओं का खान-पान इतना बेहतर है, जिससे कोरोना सुरक्षा चक्र ज्यादा मजबूत हो रहा है। अहम पहलू यह भी है कि स्वास्थ्य विभाग से लेकर पुलिस महकमे में महिलाएं फ्रंटलाइन पर बतौर कोरोना योद्धा डटी हुई हैं।
प्रदेश में कोरोना से 103 जिंदगियों की सांसें थम गई हैं। इनमें 70 पुरुष और 33 महिलाएं शामिल हैं। यदि आंकड़ों को देखें तो करीब 67.96 फीसद पुरुष कोरोना की लड़ाई हार गए। यहां भी महिलाएं कहीं ज्यादा आगे हैं। कोरोना से केवल 32.03 फीसद महिलाओं ने ही दम तोड़ा है।
फिलहाल प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक 191662 संदिग्धों के सैंपल लिए गए हैं, इनमें से जिसमें 178380 की रिपोर्ट नेगेटिव आई। जबकि करीब 5500 की रिपोर्ट का आनी बाकी है। प्रदेश में पॉजिटिव रेट भी 4.21 फीसद पर पहुंच गया है। रिकवरी रेट 45.54 फीसद है जबकि मामलों के दोगुने होने की अवधि 9 दिन पर पहुंच गई है। प्रत्येक 10 लाख पर जांच का आंकड़ा भी 7561 पर पहुंच गया है। कोरोना से 103 मौतों से मृत्युदर 1.32 फीसद पर पहुंच गई है।