नई दिल्ली, 12 मार्च (हि.स.)। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया है। भारत में कोरोना वायरस के 60 पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं। कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया में मृत्यु का आंकड़ा 4 हजार को पार कर चुका है और एक लाख 15 हजार से अधिक लोग संक्रमित हैं। हालांकि चीन में स्थिति नियंत्रण में है लेकिन इटली और ईरान की स्थिति बदतर है।
भारत ने कोरोना वायरस के कारण 15 अप्रैल तक विदेश से आने वालों का वीजा रद्द कर दिया है लेकिन राजनयिकों को इससे छूट दी गई है। सरकार ने नई एडवाइजरी करके भारतीयों को विदेश न जाने की सलाह दी है। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या 10 तक पहुंच चुकी है। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के 9 नमूने पॉजिटिव पाए गए हैं और 77 नमूनों की रिपोर्ट आनी बाकी है। इटली में फंसे 74 भारतीय नागरिकों व 9 विदेशी नागरिकों को बुधवार को एयर इंडिया के विशेष विमान से सुरक्षित भारत लाया गया। इन सभी यात्रियों को मानेसर स्थित आर्मी कैंप में भेज दिया गया है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि सरकार कोरोना वायरस के प्रकोप का सामना कर रहे इटली और ईरान से भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने के लिए प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय चिकित्सकों का एक दल गुरुवार को इटली रवाना हो रहा है, जहां वह फंसे भारतीय नागरिकों की चिकित्सा जांच करेगा, उसके बाद इन लोंगों को स्वदेश लाया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में आए ज्यादातर कोरोना वायरस के मामलों का संबंध विदेश य़ात्रा से रहा है। लिहाजा.हांगक़ॉंग, कोरिया, जापान, इटली, थाइलैंड, सिंगापुर, ईरान, मलेशिया, फ्रांस, स्पेन और जर्मनी की यात्रा से लौटे लोग अपनी जांच कराएं और भीड़भाड़ वाले स्थानों से जाने से बचें। ऐसे लोगों को 14 दिनों तक घर पर रहने की सलाह दी गई है। विदेश से लौटे कर्मचारियों को भी घर से ही काम करने की सलाह दी गई है।