पं. बंगालः 76 फीसदी मतदान चौथे दौर में, हिंसा में 4 की मौत
कोलकाता, 10 अप्रैल (हि.स.) । पश्चिम बंगाल में चौथे चरण के मतदान के दौरान शनिवार को कूच बिहार में हुई हिंसा के बीच राज्य में कुल 76.16 फीसद वोट पड़े। हावड़ा, हुगली, दक्षिण 24 परगना, अलीपुरद्वार और कूचबिहार जिले की 44 सीटों पर 373 उम्मीदवारों की किस्मत लोगों ने ईवीएम में बटन दबाकर बंद कर दी है। शाम 6:30 बजे के करीब सेंट्रल फोर्स की निगरानी में मतदान केंद्रों से ईवीएम मशीन को निकालकर स्ट्रांग रूम में पहुंचा दिया गया है। हालांकि कुछ जगहों पर अभी भी वोटिंग हो रही है क्योंकि लोग लाइन में लगे हुए हैं।
चुनाव आयोग की ओर से जारी आखिरी आंकड़े के मुताबिक शाम 5:00 बजे तक राज्य भर में कुल 76.16 फ़ीसदी वोटिंग हुई है। आयोग का कहना है कि यह शुरुआती आंकड़ा है और इसमें 10 से 12 फ़ीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है। सबसे अधिक वोटिंग कूचबिहार जिले में हुई है। यहां 79.73 फिसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है। इसके अलावा अलीपुरद्वार में 73.65 फ़ीसदी, दक्षिण 24 परगना में 75.49 फ़ीसदी, हावड़ा में 75.03 फ़ीसदी और हुगली में 76.02 फ़ीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है।
जान बचाने के लिए सेंट्रल फोर्स ने की फायरिंग
चुनाव की शुरुआत से पहले ही पिछले 72 घंटे से चुनावी क्षेत्रों में लगातार हिंसा हो रही थी। सबसे अधिक हिंसा सीतलकुची में हुई थी। यहां शनिवार को जब मतदान की शुरुआत हुई तब आनंद बर्मन नाम का एक 18 साल का युवक नया मतदाता पहचान पत्र लेकर पहली बार वोटिंग के लिए पहुंचा लेकिन मतदाताओं की लाइन में ही उसे गोली मार दी गई। इसका आरोप सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर लगा है और आनंद वर्मा के पिता ने दावा किया है कि उनका बेटा भारतीय जनता पार्टी का समर्थक था। इसके बाद पूरे क्षेत्र में तनाव फैल गया। सीतलकुची के मतदान केंद्र संख्या 126 पर अपराधिक तत्वों के कब्जे की रिपोर्ट केंद्रीय बलों के जवानों को मिली थी। बंगाल पुलिस और सीआईएसएफ की क्विक रिस्पांस टीम मौके पर पहुंची और लोगों को मतदान देने से रोक रहे अपराधिक तत्वों को रोकने की कोशिश के दौरान हाथापाई की स्थिति बन गई। एक बच्चे के कथित तौर पर गिर जाने के बाद सैकड़ों की संख्या में एकत्रित हुए ग्रामीणों ने केंद्रीय बलों के जवानों पर हमला कर दिए। उनकी बंदूकें कथित तौर पर छीनने की कोशिश की गई, जिसकी वजह से जान बचाने के लिए सुरक्षाबलों ने हवा में 6 राउंड फायरिंग की। दावा है कि इसमें 4 लोगों को गोली लगी और मौके पर ही उनकी मौत हो गई है। कुछ और लोग घायल बताए जा रहे हैं।
फायरिंग की घटना को लेकर पश्चिम बंगाल के कानून व्यवस्था के एडीजी जगमोहन ने कहा है कि सुरक्षाबलों ने आत्मरक्षा में फायरिंग की है। हालांकि दो दिन पहले सुरक्षा बलों को घेरने के लिए लोगों को उकसाने वाली राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस हिंसा के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने अमित शाह का केंद्रीय गृह मंत्री पद से इस्तीफा मांगा है और घटना के खिलाफ रविवार को पूरे राज्य में टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा काला बैज पहन कर विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है।
एक मतदान केंद्र की वोटिंग रद्द
विशेष पर्यवेक्षक से घटना की रिपोर्ट लेने के बाद चुनाव आयोग ने 126 नंबर मतदान केंद्र की वोटिंग रद्द कर दी है और इसकी जांच के आदेश दिए गए हैं। उधर, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सिलीगुड़ी पहुंच चुकी हैं और रविवार को उन लोगों के घर पहुंचेंगी, जिन्हें कथित तौर पर सुरक्षाबलों की फायरिंग में जान गवानी पड़ी है। इधर पांचवें चरण के प्रचार के लिए शनिवार को बंगाल पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कूचबिहार हिंसा में पीड़ित लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई है और कहा कि जिन लोगों ने भी हिंसा की घटना को अंजाम दिया है उन्हें सजा दी जाएगी। इसके अलावा कोलकाता के बेहला इलाके में भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार पायल सरकार पर भी हमले की घटना हुई है। दक्षिण 24 परगना में तृणमूल कांग्रेस और आईएसएफ के बीच टकराव होता रहा और कई जगहों पर माकपा के पोलिंग एजेंट को मारा पीटा गया है।