लखनऊ, 18अप्रैल (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में कोरोना के तेजी से फैलते संक्रमण को रोकने के लिए योगी सरकार ने रविवार को एक दिन का साप्ताहिक लॉकडाउन किया है, जो शनिवार रात आठ बजे से पूरे प्रदेश में शुरू हो गया। यह बंदी सोमवार सुबह सात बजे तक जारी रहेगी। इस दौरान लोगों अपने घर से निकलने की मनाही है। इस बंदी में सार्वजनिक स्थानों व बाजारों को सेनेटाइज किया जाएगा।
शनिवार रात आठ बजे ही प्रदेश के बड़े नगरों में सड़कों पर सन्नाटा छा गया। राजधानी लखनऊ में तो सारे मुख्य रास्ते पूरी तरह बंद कर दिए गए। चारों तरफ पुलिस का पहरा दिखाई दे रहा था। जो लोग घर से बाहर दिखाई दिए पुलिस ने उनकी सघन चेकिंग भी की। दरअसल, लखनऊ में हर रोज रिकॉर्ड तोड़ कोरोना संक्रमित आ रहे हैं।
यही हाल वाराणसी और प्रयागराज जैसे शहरों का भी है। इन नगरों में भी कोरोना संक्रमण बड़ी तेजी से फैल रहा है। ऐसे में साप्ताहिक लॉकडाउन को लेकर प्रशासन शनिवार रात आठ बजे ही सख्त हो गया। किसी को भी अनावश्यक बाहर निकलने को कड़ाई के साथ मना किया जा रहा है।
हालांकि इस एक दिन के लॉकडाउन में आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। इससे जुड़े लोगों, पंचायत चुनाव की पोलिंग पार्टियों और प्रतियोगी परीक्षा के अभ्यर्थियों को छूट रहेगी। राज्य सरकार ने इस एक दिन के लॉकडाउन में औद्योगिक गतिविधियों पर रोक नहीं लगाया है। इससे मजदूरों और श्रमिकों को बड़ी राहत मिलेगी। वे अपने कार्य स्थल पर आसानी से आ जा सकेंगे।
इसके अलावा शनिवार-रविवार के दिन सभी वैवाहिक समारोहों को भी शर्तों के साथ अनुमति दी गई है। इस संबंध में शासनादेश जारी करते हुए प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि वैवाहिक कार्यक्रमों में खुले स्थान पर 100 लोग और बंद स्थान पर 50 लोगों को प्रतिबंधों और कोविड प्रोटोकाल के साथ आयोजन में शामिल होने की अनुमति दी गई है। वहीं अंतिम संस्कार के लिए अधिकतम 20 लोगों को ही जाने की इजाजत दी गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साप्ताहिक लॉकडाउन के दौरान प्रदेश भर में स्वच्छता और सफाई का विशेष अभियान चलाकर सार्वजनिक स्थलों को सेनेटाइज करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि इस अवधि में जिले स्तर पर नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता सफाई का विशेष अभियान चलाकर सेनेटाइजेशन व फागिंग की व्यवस्था की जाए।