मतगणना बाद पश्चिम बंगाल में हिंसा की आशंका सच साबित हुई है। उत्तर 24 परगना जिला अंतर्गत भाटपाड़ा विधानसभा क्षेत्र में परिणाम सामने आने के बाद गुरुवार देर रात कांकीनाडा बाजार में आगजनी और तोड़फोड़ की गई। शुक्रवार तड़के यहां लोगों को दुकानों में आग लगने और लूटपाट की सूचना मिली थी। सूचना मिलने पर पुलिस और केंद्रीय बलों के जवान भी मौके पर पहुंचे हैं। इलाके में धारा-144 पहले से ही लगाई गई है।
कोलकाता, 24 मई (हि.स.)। मतगणना बाद पश्चिम बंगाल में हिंसा की आशंका सच साबित हुई है। उत्तर 24 परगना जिला अंतर्गत भाटपाड़ा विधानसभा क्षेत्र में परिणाम सामने आने के बाद गुरुवार देर रात कांकीनाडा बाजार में आगजनी और तोड़फोड़ की गई। शुक्रवार तड़के यहां लोगों को दुकानों में आग लगने और लूटपाट की सूचना मिली थी। सूचना मिलने पर पुलिस और केंद्रीय बलों के जवान भी मौके पर पहुंचे हैं। इलाके में धारा-144 पहले से ही लगाई गई है।
जानकारी मिलने के बाद सुबह के समय यहां से बैरकपुर लोकसभा केंद्र से जीत दर्ज करने वाले भाजपा उम्मीदवार अर्जुन सिंह पहुंचे थे। उन्होंने पूरे बाजार का मुआयना किया और बाजार कमेटी के सदस्यों के साथ बैठक की है। इलाके में शांति बहाली की कोशिशों को बल देने का सुझाव उन्होंने दिया है।
पुलिस ने बताया कि भाटपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से अर्जुन सिंह के बेटे पवन सिंह और बैरकपुर संसदीय क्षेत्र से अर्जुन सिंह की जीत घोषित होने के बाद पूरे इलाके में शांति छा गई थी। यहां से संसदीय उम्मीदवार दिनेश त्रिवेदी की हार हुई, जबकि भाटपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व परिवहन मंत्री मदन मित्रा को भी हार का मुंह देखना पड़ा। ऐसा माना जा रहा था कि चुनाव बाद हो रही हिंसा यहां थम जाएगी। हालांकि गुरुवार देररात असामाजिक तत्वों ने कांकीनाड़ा बाजार में कई दुकानों को निशाना बनाया, दुकानों के शटर तोड़ दिए गए, उसमें मौजूद सामानों को लूटा गया है और दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया। कम से कम 10 से 15 दुकानों में इस तरह से तोड़फोड़ और लूटपाट हुई है। पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आसपास का सीसीटीवी फुटेज खंगाला जा रहा है। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि किसने इस वारदात को अंजाम दिया है।
सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि दो समुदायों के बीच हिंसा को बढ़ावा देने की साजिश के तहत इस घटना को अंजाम दिया गया है। इलाके के लोग इसे भली-भांति समझ चुके हैं इसलिए सामुदायिक बैठक को प्राथमिकता दी जा रही है। दरअसल 19 मई को भाटपाड़ा विधानसभा केंद्र में उपचुनाव हुए हैं। इसके पूर्व से ही यह पूरा क्षेत्र हिंसा की चपेट में था। मंगलवार को सांप्रदायिक हिंसा भी हो गई थी। इसके पहले हालात को देखते हुए सोमवार को ही चुनाव आयोग ने यहां अनिश्चितकाल के लिए धारा-144 लगा कर रखी है। बहरहाल शुक्रवार सुबह इलाके में तनाव की स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त संख्या में केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है।