नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (हि.स.)। देशभर में फैली वक्फ संपत्तियों के संरक्षण और रखरखाव के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक संगठन ‘वक्फ वेलफेयर फोरम’ के गठन की आज यहां घोषणा की गई है।
इंडिया इस्लामिक कल्चर सेंटर में देश भर से आए बुद्धिजीवियों, उलेमा, आरटीआई एक्टिविस्ट्स, वक्फ एक्टिविस्ट, वकीलों आदि ने इस बात पर जोर दिया है कि सरकार के बजाय मुसलमानों को अपने स्तर पर अपनी वक्फ संपत्तियों का संरक्षण और रखरखाव करने के लिए आगे आना चाहिए। इसके लिए उन्हें ब्लॉक, जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत संगठन बनाने की जरूरत है। संगठन में सभी क्षेत्र में काम करने वाले व्यक्तियों को शामिल करके इसे और मजबूत बनाया जा सकता है। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पटना हाई कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस जस्टिस इकबाल अहमद अंसारी ने की।
कार्यक्रम के बारे में बताते हुए वक्फ वेलफेयर फोरम के चेयरमैन जावेद अहमद ने कहा कि देशभर में फैली वक्फ संपत्तियों की देखरेख, संरक्षण और रखरखाव के लिए मुसलमानों को सामने आना पड़ेगा। उनका कहना है कि वक्फ संपत्ति मुसलमानों के पुरखों ने वक्फ की हैं और इसको बचाने के लिए मुसलमानों को ही सामने आने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर सेंट्रल वक्फ काउंसिल, राज्य स्तर पर वक्फ बोर्ड और जिला स्तर पर जिला वक्फ कल्याण अधिकारी मौजूद हैं। इसके बावजूद वक्फ संपत्तियों पर अवैध कब्जे होते रहे हैं।
उन्होंने बताया कि हमने आज राष्ट्रीय स्तर पर एक संगठन का गठन किया है और आज ही इसकी कार्यकारिणी का भी गठन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि देशभर में जहां कहीं भी वक़्फ संपत्तियां मौजूद हैं, उसे सुरक्षित करने के लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे। इसके लिए जिला प्रशासन, राज्य सरकारों और केंद्र सरकार से जो भी मदद हो सकती है, उसे प्राप्त करने की कोशिश करेंगे। उन्होंने बताया कि वक्फ संपत्तियों के रखरखाव और देखरेख के लिए एक राष्ट्रीय स्तर पर हेल्पलाइन नंबर भी संगठन की तरफ से जारी किया जा रहा है।
इस मौके पर आरटीआई एक्टिविस्ट सलीम बेग ने कहा कि वह चाहते हैं कि जिस तरह से सरकार आदिवासियों और दलितों आदि को खेती करने के लिए भूमि और उन्हें रहने के लिए भूमि उपलब्ध कराती है, उसी तरह मुसलमानों को वक्फ संपत्तियों को पट्टे पर देकर वक्फ संपत्ति को सुरक्षित किया जा सकता है। इस तरह से मुसलमानों को आत्मनिर्भर भी बनाया जा सकता है। उनका कहना है कि सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए। इस मौके पर जस्टिस इकबाल अहमद ने कहा कि वक्फ संपत्तियों के संरक्षण, देखरेख और रखरखाव के लिए इस संगठन का गठन किया गया है। उनका कहना है कि यह संगठन आने वाले दिनों में राष्ट्रीय स्तर पर वक्फ संपत्तियों की देखरेख और रखरखाव के लिए काम करेगा और देश में कहीं पर भी वक़्फ संपत्तियों पर होने वाले कब्जे के लिए ना सिर्फ आवाज उठाएगा बल्कि उसे छुड़ाने के लिए हर मुमकिन कोशिश करेगा। सम्मेलन में इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता कुंवर नौशाद खान सहित बड़ी संख्या में देशभर से आए लोगों ने अपने विचार और सुझाव रखे।